उत्तर प्रदेश में बीती मायावती सरकार में कई घोटाले हुए थे। बसपा के कई बड़े और नामी मंत्रियो ने घोटालो के जरिये अरबो रूपये अपनी जेब में भरे थे। चाहे वह अवधपाल सिंह हो, बाबू सिंह कुशवाहा हो या राकेशधर त्रिपाठी। इसी कारण मायावती की भी उस दौरान काफी फजीहत हुई थी।
शिक्षामंत्री रह चुके है त्रिपाठी :
- उत्तर प्रदेश में बीती मायावती सरकार का दौर घोटालो का दौर कहा जाए तो गलत नहीं होगा।
- इसी क्रम में साल 2013 में आय से अधिक सम्पत्ति रखने और भ्रष्टाचार का आरोप बसपा के पूर्व मंत्री राकेशधर त्रिपाठी पर लगा था।
- पूर्व मंत्री राकेशधर त्रिपाठी पर साल 2013 में इलाहाबाद में मामला दर्ज कराया गया था।
- सरकार द्वारा इस मामले की जांच प्रदेश के सतर्कता विभाग को दी गई थी।
- आज वाराणसी कोर्ट में पूर्व मंत्री राकेशधर त्रिपाठी ने आत्मसमर्पण कर दिया है।
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- अगस्त माह में वाराणसी की एंटी करप्शन स्पेशल कोर्ट द्वारा त्रिपाठी के खिलाफ गैर जमानती वारंट पर रोक लगाने से इंकार कर दिया था।
- जिसके बाद से ही छापेमारी कर उनकी तलाश की जा रही थी।
- सतर्कता विभाग द्वारा जांच में पाया गया था कि राकेशधर की वर्ष 2011-13 के बीच 45 लाख थी।
- मगर साल 2013 के अंत में उनकी संपत्ति बढ़ कर 122 करोड़ रूपये हो गयी थी।
- राज्यपाल द्वारा इसी साल 15 फरवरी को राकेशधर त्रिपाठी पर अभियोजन चलाने की मंजूरी दी थी।
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