अयोध्या में राम मंदिर के विवाद को सुलझाने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ा संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी से बात करेगा। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच अयोध्या में कोर्ट के फैसले से पहले मंदिर बनाने की सहमति की पहल पर काम करना शुरू कर दिया है।

मुस्लिमों को करना होगा हिन्दुओं को सपोर्ट:

  • अयोध्या में राम मंदिर बनाने की पहल के लिए ‘मुस्लिम राष्ट्रीय मंच’ की गतिविधि शुरु।
  • मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के नेशनल चीफ मोहम्मद अफजल ने कह कि, अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए हमें हिन्दुओं को सपोर्ट करना चाहिए।
  • उन्होंने ये भी कहा कि, देश में असहिष्णुता बेकार का मुद्दा है। यदि ऐसा होता हिन्दुओं की ज्यादा आबादी वाले इस देश में ये कैसे मुमकिन होता कि, भगवान राम तिरपाल की छाया में बैठे होते।
  • उन्होंने कहा कि, यहाँ आज भी रामलला की पूजा हो रही है और हमें भी मुद्दे को और नहीं खींचना चाहिए। मुस्लिमों को तरक्की चाहिए, झगड़ा नहीं।
  • मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के चीफ अफजल ने कहा, अयोध्या में और भी मस्जिद और मजारे हैं, हिन्दू कभी उन पर तो दावा नहीं करते। उन्होंने आज तक सिर्फ एक ही जगह पर दावा किया है, इसलिए मुस्लिमों को आपसी सहमति से मंदिर बनने देना चाहिए।
  • उन्होंने ये भी कहा कि, इस्लाम के अन्दर यदि आप मस्जिद बनाना चाहते हैं, तो उस जमीन का मालिकाना हक किसी मुस्लिम समुदाय या वक्फ़ बोर्ड का होना चाहिए। राम मंदिर की जमीन पर न तो किसी मुस्लिम समुदाय का हक है न वो जमीन वक्फ़ के नाम है।
  • उन्होंने ये भी कहा की, देश के मुस्लिमों का रिश्ता राम से न की बाबर से।
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