भारत में फैशन डिजाईनिंग का एक बहुत बड़ा मार्केट है. इसके साथ ही फैशन डिजाईनिंग महिलाओं को घर बैठे रोजगार उपलब्ध कराने तथा उनके सशक्तिकरण का अच्छा प्रयास भी है. इस के माध्यम से महिलायें नौकरी ढूढने के बजाय दूसरों को जीविकोपार्जन उपलब्ध कराने का जरिया भी बन सकती हैं. ये विचार हैं उत्तर प्रदेश के गवर्नर राम नाईक के. बता दें कि राज्यपाल राम नाईक आज होटल क्लार्क अवध में आसमा हुसैन इंस्टीट्यूट आॅफ फैशन टेक्नोलाॅजी के दीक्षान्त समारोह पहुंचे जहाँ उन्होंने अपने ये विचार व्यक्त किये.

फैशन डिजाईनिंग कोर्स में लड़के भी आगे आयें-नाइक

  • आज लखनऊ के होटल क्लार्क अवध में राज्यपाल राम नाईक आसमा हुसैन इंस्टीट्यूट आॅफ फैशन टेक्नोलाॅजी के दीक्षान्त समारोह पहुंचे.
  • राम नाईक ने कहा देश को विरासत में मिली कला को संरक्षित करने की जरूरत है.
  • बात दें की इस दीक्षांत समारोह में सिर्फ छात्राएं ही मौजूद रहीं.
  • जिसे देख कर राज्यपाल ने कहा की फैशन डिजाईनिंग कोर्स में लड़कों को भी आगे आना चाहिए.
  • नाईक ने कहा कि खुद का व्यवसाय शुरू करने में ऐसे कोर्स महत्वपूर्ण हैं.
  • इससे कम पूंजी लगाकर उत्कृष्ट कला के द्वारा आर्थिक स्थिति को सुधारा जा सकता है.
  • राज्यपाल ने इस अवसर पर फैशन डिजाईनिंग 2016 के लिये अमरीन सिद्दीकी को स्वर्ण पदक, हुदा अफजाल को रजत पदक तथा मनीषा शर्मा को कांस्य पदक से नवाज़ा.
  • जबकि फैशन डिजाईनिंग 2015 के लिये रिजा फातिमा को स्वर्ण पदक,  उमामा फातिमा को रजत पदक तथा सहर बानो को कांस्य पदक देकर सम्मानित किया.
  • इस अवसर पर इंस्टीट्यूट की प्रबंध निदेशक श्रीमती आसमा हुसैन, पूर्व कुलपति अनीस अंसारी, श्रीमती शहनाज हुसैन, क्रियेटिव डायरेक्टर आमिरा हुसैन, पूर्व मंत्री अम्मार रिज़वी, उपाध्यक्ष राज्य योजना आयोग नवीन चन्द्र बाजपेई सहित अन्य विशिष्टजन भी उपस्थित थे.

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