Uttar Pradesh News, UP News ,Hindi News Portal ,यूपी की ताजा खबरें
Uttar Pradesh

रमाकांत यादव के सपा ज्वाइन करने की सोशल मीडिया पर अफवाह

समाजवादी पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनावों की तैयारियां करना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अन्य दलों के नेताओं को पार्टी में शामिल कराकर अपने संगठन को मजबूती देने की कोशिश शुरु कर दी है। अब भाजपा को सबसे बड़ा झटका देते हुए पूर्वांचल के एक बाहुबली नेता के समाजवादी पार्टी ज्वाइन करने की खबरें जोरों से आ रही हैं।

रमाकांत यादव हुए सपा में शामिल :

भारतीय जनता पार्टी में सवर्णों पर आक्रामक तेवर के बाद पार्टी में अलग-थलग पड़ चुके पूर्व सांसद और बाहुबली नेता रमाकांत यादव के समाजवादी पार्टी में वापसी की खबरें जोरों से आ रही हैं। इन दिनों सोशल मीडिया पर पूर्व सांसद और आजमगढ़ के बाहुबली रमाकांत यादव के सपा में जाने की ख़बरें आ रही हैं। सोशल मीडिया पर पूर्व मंत्री और अखिलेश यादव के करीबी दुर्गा प्रसाद यादव के साथ उनकी मालाएं पहने वाली तस्वीर हर तरफ चल रही है। इस तस्वीर के सामने आने के बाद से सभी लोग रमाकांत यादव को सपा में शामिल होने की बधाई देते हुए दिखाई दे रहे हैं। हालाँकि आजमगढ़ के भाजपा नेता रमाकांत यादव ने इस अफवाह पर खुलकर बात की।

खबर को बताया अफवाह :

भाजपा नेता और पूर्व सांसद रमाकांत यादव से इस मुद्दे पर बात करने पर उन्होंने कहा कि ये सब सिर्फ अफवाह है और विरोधियों की मुझे बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि वे कहीं नहीं जा रहे, साफ तौर पर पार्टी के साथ हैं। रमाकांत यादव के सपा ज्वाइन करने की खबरों के पीछे उनका भाजपा से हट रहा मोह बताया जा रहा है। योगी सरकार पर भी रमाकांत यादव ने हमला करते हुए कहा था कि राज्य सरकार पिछड़ों को कीड़ा-मकौड़ा समझती है जो आने वाले समय में सरकार को भारी पड़ेगा। इसके पहले रमाकांत यादव ने जिला पंचायत अध्यक्ष के अविश्वास प्रस्ताव में सपा प्रत्याशी का समर्थन किया था।

ये भी पढ़ें : जन्मदिन पर शिवपाल यादव कर सकते हैं बड़ा ऐलान

Related posts

वीडियो: जेल में कैसे गुजरेंगी गायत्री की रातें? कैदी अटपटे सवालों से कर सकते हैं परेशान!

Sudhir Kumar
8 years ago

सावन के दूसरे सोमवार को जलाभिषेक के लिए गुप्त काशीनाथ मंदिर में भक्तों का ताँता

Short News
6 years ago

जौनपुर:राष्ट्रीय राजमार्ग 56 पर किया गया विरोध प्रदर्शन

UP ORG Desk
6 years ago
Exit mobile version