समाजवादी पार्टी के लिए इन दिनों सितारे कुछ ठीक नहीं चल रहे हैं। सपा के राष्ट्रीय महासचिव और कद्दावर नेता नरेश अग्रवाल ने इस्तीफा देकर भाजपा ज्वाइन कर ली है। 2019 के लोकसभा चुनावों के पहले समाजवादी पार्टी के लिए ये बड़ा झटका माना जा रहा है। इस बीच सपा के कद्दावर नेता और राज्य सभा सांसद रामगोपाल यादव एक कार्यक्रम के लिए फिरोजाबाद पहुंचें हुए थे। यहाँ पर उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए बड़ा बयान दे दिया है।

रामगोपाल ने विधायक पर लगाये आरोप:

जिला पंचायत अध्यक्ष उपचुनाव के नामांकन के दिन समाजवादी पार्टी की रणनीति उल्टी पड़ गई। सपा विधायक हरिओम यादव पर प्रो. रामगोपाल यादव के भंडाफोड़ से कार्यकर्ता और पदाधिकारी सन्न रह गए। अभी तक सपा में क्रांतिकारी विधायक रहे हरिओम यादव और उनके बेटे छोटू यादव को रामगोपाल यादव ने विश्वासघाती करार दिया। प्रो. रामगोपाल ने कहा कि हमारे विधायक हरिओम यादव ने भाजपाइयों को जनता के नुमाइंदे बेच दिए। इटावा से ऑपरेशन चला और जेल में जिला पंचायत के सदस्यों का सौदा कर दिया गया। रामगोपाल के ये बयान सुनते ही वहां मौजूद कार्यकर्ताओं और जनता के बीच सन्नाटा पसर गया। सभी लोग सपा महासचिव के इस बयान को सुनकर काफी हैरान थे।

 

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किये बड़े खुलासे :

इटावा के डबरई में आयोजित जनसभा में सपा के प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने जैसे ही बोलना शुरू किया, वहां मौजूद सभी लोग हैरान रह गये। रामगोपाल ने कहा कि हमारे विधायक हरिओम यादव और उनके बेटे विजय प्रताप ने जिला पंचायत सदस्यों का सौदा भाजपा के साथ किया। इटावा के नेता के कहने पर जेल में पूर्व विधायक रामवीर यादव, अजीम यादव ने मिलकर डील की। हरिओम ने मुझसे कहा कि सदस्य सुरक्षित नहीं हैं। मैंने उन्हें पंजाब में सुरक्षित भेज दिया। सांसद अक्षय यादव ने विधायक से जेल में मिलकर बात की। इसके बाद ही विधायक ने रातों रात जिला पंचायत सदस्यों का सौदा कर दिया।  रामगोपाल ने कहा कि विधायक हरिओम यादव और छोटू यादव ने सपा से विश्वासघात किया है।

 

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