उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले के रामजन्मभूमि और विवादित बाबरी मस्जिद का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, बीते कुछ समय पहले देश की सर्वोच्च अदालत ने आपसी सहमति से विवाद सुलझाने की पेशकश की थी, इसी क्रम में रविवार को रविशंकर ने मामले में उनके द्वारा मध्यस्थता की जाने की पेशकश की थी। इस पेशकश के बाद मामले में एक बार फिर से नया मोड़ आ गया है, वहीँ रविशंकर के मध्यस्थता करने को लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं(ravishankar statement reaction) भी मिली हैं।

रामजन्मभूमि की वकील रंजना अग्निहोत्री की प्रतिक्रिया(ravishankar statement reaction):

  • इस्लामिक देशों के संपर्क में हैं श्री श्री रविशंकर,
  • नोबेल पुरस्कार की दौड़ मे आना चाहते हैं रविशंकर
  • श्री श्री को तथ्यों की जानकारी नहीं है
  • उनके बयान से हिंदुओं की आस्था आहत हुई है
  • हम किसी मध्यस्थता को तैयार नहीं हैं

जफरयाब जिलानी की प्रतिक्रिया(ravishankar statement reaction):

  • बातचीत-मध्यस्थता से ये मसला हल नहीं हो सकता
  • बोर्ड के सदस्य मध्यस्थता को तैयार नहीं हैं
  • श्री श्री रविशंकर को बोर्ड को लिखनी चाहिए अपनी मंशा
  • मुस्लिम पक्ष मस्जिद के सरेंडर को तैयार नहीं

कमाल फारुकी की प्रतिक्रिया(ravishankar statement reaction):

  • बाबरी मस्जिद-राम मंदिर मामले में बातचीत के लिए तैयार बोर्ड,
  • ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड बातचीत के लिए तैयार
  • लेकिन तय होना चाहिए एजेंडा

बदरुद्दीन अजमल की प्रतिक्रिया(ravishankar statement reaction):

  • बाबरी मस्जिद-राम मंदिर मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है
  • अब तक बातचीत होती रही है ना काम,
  • अदालत का फैसला मानेंगे,
  • अगर बाहर मसले का हल हो सकता है तो अच्छी बात है

रविशंकर का वो बयान जिस पर मिली-जुली प्रतिक्रिया आई:

  • रामजन्म भूमि मामले में दोनों पक्षों से हुई मुलाकात
  • इस मामले में मैं स्वेच्छा से मध्यस्थता को तैयार हूं
  • 6 अक्टूबर को दोनों पक्षों से श्री श्री की दोनों पक्षों से हुई थी मुलाकात
  • मुलाकात के बाद बंगलुरू में श्री श्री रविशंकर ने बयान दिया था

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