डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल में परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने बिना देखे ही मरीज को मेडिकल कॉलेज ले जाने को कहा।जब इसकी शिकायत उन्होंने अस्पताल के अधिकारीयों से की उसके बाद मरीज को इलाज मिला।

ये भी पढ़ें : नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग चलायें संयुक्त अभियान!

अधिकारियों से की शिकायत

  • जानकारी के मुताबिक मानसरोवर योजना के न्यू गड़ौरा की एलडीए कालोनी निवासी भगवती प्रसाद का चार दिन पहले एक्सीडेंट हो गया था।
  • चार दिन पहले बाइक चलाते समय हुए एक्सीडेंट में उनका पैर फैक्चर हो गया था।
  • इलाज के लिए परिजन उन्हें सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे थे।
  • जहां पर उन्होंने डॉक्टरों से पैर में फैक्चर होने की बात कही थी।
  • भगवती प्रसाद ने एक रुपये का पर्चा बनवा कर ओपीडी में डाक्टर को दिखाने पहुचे।
  • यहं डॉक्टर ने बिना किसी जाँच के उनको मेडिकल कॉलेज में इलाज कराने की सलाह दी।
  • इसके बाद मरीज के परिजनों ने हॉस्पिटल के आला अधिकारियों से शिकायत की तो मरीज को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया।

ये भी पढ़ें :अब प्रदेश के गरीबों को मिल सकेगा सस्ता इलाज!

  • वार्ड में भर्ती करने के बाद भी कोई डाक्टर मरीज को देखने नहीं आया।
  • जब परिजनों ने राउंड पर आए डाक्टरों से कहा कि मरीज का इलाज शुरू करें।
  • तब हड्डी के डाक्टर ने कहा कि मैंने तुम्हे पहले ही कहा था कि मेडिकल कॉलेज में अपना इलाज करवाओ।
  • आखिरकार शुक्रवार दोपहर परिजन मरीज को सिविल अस्पताल से लेकर चले गए।
  • इस मामले में अस्पताल प्रशासन का कहना है कि पूरे प्रकरण की जांच के बाद कोई प्रक्रिया दे पाएंगे।

ये भी पढ़ें :कस्टोडियल डेथ के मामले सामने आये हैं- पीसी घोष

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें