भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर पिछले नौ दिनों से बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में आयी बाढ़ में राहत व बचाव का काम कर रहे हैं। यह हेलिकॉप्टर वायु सेना स्टेशन गोरखपुर से कार्य को संपादित कर रहे हैं।

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बाढ़ में डूबे कई गाँव

flood affected areas

  • आपको बता दें कि इस समय पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में बाढ़ का कहर जारी है।
  • ऐसे में बाढ़ के कारण यहां रहने वालों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
  • ऐसे में भारतीय सेना बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत का कार्य कर रही है।
  • राहत के लिए अभी तक 60 घंटे में कुल 130 उड़ाने गोरखपुर वायु सेना स्टेशन से भरी जा चुकी हैं।
  • उत्तर प्रदेश और बिहार के विभिन्न क्षेत्रों में अभी तक 60 टन खाद्य पैकेट गिराये जा चुके हैं।
  • इसकी शुरुआत बीती 14 अगस्त को की गयी थी जब इस क्षेत्र में मुसलाधार बारिश हो रही थी।
  • बारिश होने से गंडक नदी के आस-पास के सभी गांव बाढ़ के कारण डूब गये थे।

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  • खराब मौसम में वायु सेना के पायलटों ने महाराजगंज के बैथालिया गांव में फंसे 43 लोगों को निकाला।
  • जहाज के कैप्टन विंग कमांडर निखिल मेहरोत्रा ने बाढ़ क्षेत्र में 130 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।

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अनेक उड़ानें भरीं

  • इसके साथ ही खाद्य पैकेटों को लगभग सभी प्रभावित क्षेत्रों में गिराने का काम शुरू किया गया।
  • इस काम में तीन हेलिकॉप्टरों को लगाया गया।
  • जिन्होंने बेतिया,महाराजगंज और कुशीनगर जिलों के बाढ प्रभावित इलाकों में अनेक उड़ाने भरीं।
  • पायलेट विंग कमांडर आरके शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक सिद्धार्थनगर जिले मेें भी बचाव राहत का काम किया गया।
  • 19 अगस्त को मोतीहारी जिले के सभी गांवों में बाढ के कारण पानी भरा था।
  • इस दिन भी कई उड़ानें भरकर लोगों को बचाकर उन्हें राहत सामग्री बांटी गयी।
  • रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन बंसत बी पांडेय ने बताया कि ये राहत कार्य लगातार जारी रहेगा।
  • जब तक इन क्षेत्रों में पानी का स्तर घट नहीं जाता।
  • सिविल प्रशासन सामान्य स्थिति बहाल नहीं कर दी जाती राहत अभियान जारी रहेगा।

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