राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. मसूद अहमद ने कहा कि प्रदेश में सम्पन्न होेने जा रहे नगर निकाय चुनाव में प्रारम्भ से ही प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं अन्य मंत्रियों ने विभिन्न प्रकार की लोक लुभावन घोषणाओं के द्वारा स्वस्थ्य लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाने के साथ-साथ आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन किया है। ऐसा लगता है कि प्रदेश की सम्पूर्ण मशीनरी का दुरूपयोग करने एवं प्रदेश के कर्मचारियों एवं अधिकारियों पर रौब गांठकर काम लेने का बीड़ा भारतीय जनता पार्टी ने उठा रखा है।

दोबारा चुनाव कराने पर भाजपा को पता चल जायेगी अपनी औकात

  • डाॅ. अहमद ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोग अपने क्रिया कलापों से ऐसा प्रदर्शन कर रहे हैं कि उनके हाथ से भविष्य में कभी भी सत्ता की चाभी दूर होने वाली नहीं है।
  • वास्तविकता यह है कि प्रदेश की जनता केवल आठ महीने में ही इन लोगों से इतना परेशान हो गयी है कि यदि आज चुनाव करा लिये जायं तो भाजपा को अपनी औकात पता चल जायेगी।
  • अब तक यदि प्रदेश सरकार के कार्यो की समीक्षा की जाय तो परिणाम स्वरूप प्रदेश के किसानों, मजदूरों, कामगारों एवं युवाओं के साथ धोखे के अतिरिक्त कुछ भी नहीं मिलेगा।
  • मुख्यमंत्री नगर निकाय चुनावों में वोट मांगने के स्थान पर लाखों नौकरियों की अर्नगल घोषणाएं करते रहे हैं जबकि वास्तविकता यह है कि अनेको विभाग समाप्त करके नौकरी की संख्या कम होने जा रही है।

गोरखपुर मेें ही बढ़ रही असामयिक मृत्यु दर

  • रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश की सबसे बड़ी समस्या स्वास्थ्य से जुड़ी हुयी है जो अब तक सरकार द्वारा हल नहीं हो सकी।
  • मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर मेें ही असामयिक मृत्यु की दर निरस्तर बढ़ती जा रही है।
  • प्रदेश के जनपदों में स्थिति प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों की दशा सोचनीय है।
  • परन्तु भारतीय जनता पार्टी के मंत्री एवं पदाधिकारीगण केवल स्वार्थहित साधने में लगे हुये हैं और सम्पूर्ण प्रदेश को साम्प्रदायिकता के साथ साथ बेकारी और बेरोजगारी की चपेट में डालने पर अमादा हैं। 
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