यूपी के बहराइच-नेपाल राष्ट्रीय राज्यमार्ग एनएच-28 सी (Bahraich Nepal National Highway) जो नेपाल, दिल्ली, उत्तराखण्ड, लखीमपुर और विश्व प्रसिद्ध बाघों के प्राकृतिक वास कर्तनिया घाट आने जाने वालों का एक मात्र रास्ता है। जिला वासियों द्वारा वर्षों से की जा रही मांग के बाद पूर्व मंत्री डॉ. वकार अहमद शाह के प्रयास किया गया।

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डेढ़ किलोमीटर अधूरा छोड़ा मार्ग

  • पूर्व सपा सरकार के मुखिया अखिलेश यादव के प्रस्ताव पर इस मार्ग के महत्त्व को देखते हुए केन्द्र सरकार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी स्वीकृति प्रदान की।
  • उन्होंने 500 करोड़ रुपया का बजट जारी कर बाराबंकी से लेकर नानपारा होते हुए नेपाल सीमा तक मार्ग के निर्माण का कार्य पूरा कराया।
  • लेकिन इसी मार्ग पर झिंगहा घाट पुल से नेपाल को जाने वाले मार्ग पर ढेड़ किलो मीटर का मार्ग अधूरा छोड़ दिया गया।
  • जिसके बारे में मार्ग निर्माण एजेन्सी का कहना है कि बाईपास बनना है।
  • अब यह इतना बचा हुआ मार्ग आये दिन हादसों का कारण बन रहा है।

Bahraich Nepal National Highway

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साल भर से बना रहा बहाना

  • स्थानीय लोगों के मुताबिक, करीब एक वर्ष बीत चुका है।
  • बाई पास बनाने के नाम पर जिला मुख्यालय बहराइच शहर में आने जाने के लिये झिंगहा घाट से ढेड़ किलो मीटर तक अधूरा छोड़ा गया।
  • मार्ग आज दुर्घटना का कारण बना हुआ है।
  • हर दिन यात्रियों को लम्बे जाम से जूझना पड़ता है।
  • इस ढेड़ किलो मीटर की लगभग 6-7 मीटर चौडी सड़क पर दोनों साईड में साईड पटरी ना होने के कारण बड़े-बड़े ग़डढे पड़ गये हैं जो दुर्घटना का कारण बनने के साथ ही जानलेवा साबित हो रहे हैं।
  • वहीं जिम्मेदार साल भर से बहाना बनाने में जुटे हैं।

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यात्रियों के लिए सिरदर्द बना मार्ग

  • बाई पास के इंतजार में अधूरे पड़े राष्ट्रीय राज्य मार्ग पर आये दिन हादसे होते हैं।
  • साथ ही जाम की बहुत परेशानी से बहराइच वासियों के साथ ही पड़ोसी देश नेपाल वासियों को भी जूझना पड़ता है।
  • इतना ही नहीं प्रदेश के अन्य जनपदों से आने वाले यात्रियों के दर्द को महसूस करते हुए जिले के वरिष्ठ पत्रकार मनीष मल्होत्रा ने उत्तर प्रदेश सरकार में बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) अनुपमा जायसवाल को चिट्ठी लिखी है।
  • उन्होंने दर्द बयान करते हुए एक पत्र लिखकर अधूरे मार्ग को निर्मित कराये जाने के साथ ही दोनों ओर साईड पटरियों (Bahraich Nepal National Highway) पर इंटरलाकिंग का कार्य जनहित में कराये जाने की मांग की है।

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