राजधानी लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र में दो दिन पहले पड़ी डकैती और तीन लोगों के डकैती के दौरान गोली मारने के मामले में पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची थी कि काकोरी थाना क्षेत्र में बेखौफ दो दर्जन नकाबपोश असलहों से लैस बदमाशों ने दो गावों में धावा बोलकर 5 घरों में डकैती की सनसनी खेज घटना को अंजाम दिया।

बदमाशों ने परिवार के लोगों और महिलाओं, लड़कियों को असलहे की नोक पर लिया और घर में घंटों लूटपाट की। जब परिवार वालों ने विरोध किया तो बदमाशों ने करीब आधा दर्जन लोगों को गोली मार दी। गोली लगने से एक गांव के ग्राम प्रधान के बेटी की मौत हो गई। पड़ोसियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी लेकिन पुलिस मौके पर काफी देर से पहुंची। डकैती की इस सनसनीखेज घटना की सूचना मिलते ही पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया।

काकोरी के दो गांवों में डकैती: ग्राम प्रधान के बेटे की गोली मारकर हत्या

सूचना मिलते ही मौके पर एडीजी जोन अभय प्रसाद, आईजी रेंज लखनऊ जय नारायण सिंह, एसएसपी दीपक कुमार, एएसपी ग्रामीण डॉ. सतीश कुमार, सीओ मोहनलालगंज, थाना प्रभारी काकोरी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने सभी घायलों को ट्रॉमा सेंटर भर्ती कराया है। यहां सभी का उपचार चल रहा है। घटना होने के बाद मौके पर डॉग स्क्वायड, फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम व फिंगर प्रिंट दस्ते ने भी छानबीन की, लेकिन बदमाशों का कोई सुराग नहीं लग पाया। एडीजी ने एसएसपी को जल्द घटना का खुलासा करने के निर्देश दिए हैं। वहीं एसएसपी ने काकोरी थाना प्रभारी यशकांत सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

आधे घंटे के अंतराल में दो गांवों के 5 घरों में डकैती

घटना नंबर एक- जानकारी के मुताबिक, करीब दो दर्जन असलहों से लैस नकाबपोश बदमाशों ने काकोरी के बनियाखेड़ा गांव में शनिवार की रात करीब 2:00 बजे धावा बोला। डकैतों ने सबसे पहले गांव में जगत पाल के घर को निशाना बनाया। यहां बदमाशों ने घरवालों को असलहों की नोक पर बंधक बनाकर घर में रखे जेवर और नगदी लूट ली। विरोध करने पर बदमाशों ने घरवालों को पीटकर घायल किया। इसके बाद पड़ोस में रहने वाले इंद्रपाल और सुनील के घर भी लूटपाट की। बदमाशों ने इस गांव में करीब आधे घंटे तक तांडव किया और आसानी से फरार हो गए।

घटना नंबर दो- इसके बाद रात करीब 2:30 बजे बदमाशों का काफिला कटौली गांव पहुंचा। यहां बदमाशों ने फूलचंद के घर पर धावा बोला और घटवालों को पीटकर जेवर गहने और नगदी लूट ली। फिर बदमाशों ने गांव के ही पुत्ती लाल के घर लूटपाट की। इस दौरान ग्रामीण जाग गए और शोर करने लगे। ये सुनकर गांव के प्रधान हरिशंकर यादव का 20 वर्षीय बीटा अभिषेक यादव उर्फ कोमल यादव गांव के बाहर की तरफ भागा। उसे भागता देख गांव के बाहर खड़े बदमाशों ने उसे गोली मार दी इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

करीब डेढ़ घंटे बाद मौके पर पहुंची पुलिस

ग्रामीणों के मुताबिक, बदमाशों ने विरोध और फायरिंग के जबाव में करीब 50 से 60 राउंड की फायरिंग की। डकैती की सूचना के बाद एसएसपी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए लेकिन काकोरी थानेदार सोते रहे। एसएसपी ने रात में ही सर्च अभियान चलाया लेकिन बदमाशों का कोई सुराग नहीं लग सका है। इस सनसनीखेज डकैती की वारदात में गोली लगने और बदमाशों की पिटाई से करीब आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, इन सभी का ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल था है। वहीं ग्राम प्रधान के बेटे की मौत से उसके घर में कोहराम मचा हुआ है।

भाजपा सांसद ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

लखनऊ के काकोरी में डकैती मामले में बीजेपी सांसद कौशल किशोर ने काकोरी पुलिस और डायल 100 सेवा और थानों के व्यवहार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि लखनऊ पुलिस घटनाओं को छिपाती है। बदमाश वारदात को अंजाम देने के बाद पुलिस की गाड़ियों के सामने से भागे। बदमाश पुलिस के वाहनों की रोशनी का लाभ उठाकर ही भागे। उन्होंने कहा कि यूपी 100 को एमसीआर से जोड़ने के चलते ही पुलिस देर से पहुंची। आरोप है कि आलाधिकारियों की फौज के सामने ही डकैती पड़ी। गोलियों की तड़तड़ाहट सुन कटौली की तरफ जब पुलिस भागी तो बदमाश भागने में सफल रहे। पुलिस डर के मारे बदमाशों का सामना नहीं कर पाई।

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