राजधानी के गोमतीनगर थाना क्षेत्र के खरगापुर स्थित वशिष्ठ विहार कॉलोनी में प्रापर्टी डीलर पवन तिवारी के यहां हुई डकैती के मामले में नया मोड़ आ गया है। पुलिस जांच में डकैती की कहानी फर्जी निकली है। एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक प्रापर्टी डीलर ने घटना का जो समय बताया था, उस दौरान वह फोन पर बात करते हुए पाया गया है।

एएसपी उत्तरी अनुराग वत्स ने बताया कि पवन ने डकैती की सूचना दी थी। तहरीर के आधार पर एफआइआर दर्ज कर जांच की गई। पूछताछ में पवन ने बताया कि मंगलवार रात करीब आठ बजे बदमाश घर में दाखिल हुए थे। इस दौरान करीब दो घंटे तक उन्होंने पीड़ित को बंधक बनाकर रखा और लूटपाट कर चले गए। बयान के आधार पर पीड़ित के मोबाइल नंबर की सीडीआर निकलवाई गई तो घटना के वक्त पवन की उसकी बहन से फोन पर लंबी बातचीत की पुष्टि हुई।

रात करीब 10 बजे पवन का फोन बंद हो गया था। मकान के ऊपर रहने वाले लोगों को भी किसी प्रकार की आवाज सुनाई नहीं दी थी। पीड़ित के बयान संदिग्ध हैं। सीओ चक्रेश मिश्र का कहना है कि पूरी कहानी झूठी निकली है। पवन से पूछताछ की इस बारे में पता लगाया जाएगा कि उसने डकैती की कहानी क्यों रची। सीसीटीवी फुटेज में भी पुलिस को कोई बदमाश घर के भीतर जाते नहीं दिखे हैं। वहीं पवन का कहना है कि उसके साथ घटना हुई है।

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