22 नवंबर को सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का जन्मदिन पूरे प्रदेश में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। सपा कार्यालय पर जहाँ मुलायम ने पार्टी नेताओं के साथ केक काटा तो वहीँ मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया द्वारा सैफई में आज विराट दंगल का आयोजन किया गया है। इस दंगल में भाग लेने के लिए बड़ी तादात में पहलवान पहुंचे हैं। इस दंगल की सभी तैयारी पूरी कर ली गई हैं। आपको बता दें कि राजनीति में आने से पहले मुलायम सिंह यादव एक नामी पहलवान हुआ करते थे।

नत्थू सिंह की याद में हो रहा दंगल :

मुलायम के पैत्रक गाँव सैफई के मास्टर चंदगीराम स्टेडियम में आयोजित होने वाला यह दंगल साल 1986 में शुरू हुआ था। इसकी शुरुआत समाजवादी पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने अपने गुरु स्वर्गीय नत्थू सिंह यादव की स्मृति में की थी। इस दंगल की शुरुआत 3 नवंबर 1985 को हुई थी लेकिन उसी दिन मुलायम सिंह के राजनीतिक गुरु स्वर्गीय नत्थू सिंह का निधन हो गया। जिस वजह से दंगल स्वर्गीय नत्थू सिंह की याद में किया जाने लगा था। पहले यह दंगल शिवरात्रि के दिन सैफई में आयोजित किया जाता था। जिसमें पूरे देश के नामी पहलवान पहुंचते थे। बाद में दंगल को सैफई महोत्सव में आयोजित किया जाने लगा।

नेताजी को दिया तोहफा :

इस दंगल में नामी पहलवानों ने मल्ल कला का प्रदर्शन किया। समाजवादी पार्टी की सरकार जाने के बाद पिछले साल महोत्सव न हो पाने के कारण दंगल का आयोजन भी बंद कर दिया गया लेकिन शिवपाल सिंह यादव ने नेता जी के पसंदीदा खेल कुश्ती को उनके जन्मदिन पर आयोजित कराके मुलायम सिंह यादव को जन्मदिन का खास तोहफा दिया है। मुलायम के जन्मदिन पर सैफई को दुल्हन की तरह सजाया गया है। हर जगह रंग-बिरंगी झालरें और सड़कों पर लाइटें लगाई गई हैं। रास्तों को साफ करके देर शाम तैयारी पूरी कर ली गई है। इसके अलावा स्टेडियम की बिल्डिंग भी रंगीन झालरों से सजाई गई है।

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