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सूबे में सत्ता बदलते ही पिछली सरकार के कुछ मंत्रियों की मुसीबतें बढ़ने वाली हैं. सपा और बसपा सरकार के कुछ दागी मंत्रियों की फाइलें फिर खुलेंगी. सरकार के मंत्रियों के भ्रष्टाचार की फाइलों की एक लंबी लिस्ट है जो कि खुलने जा रही है. इस लिस्ट में वो लोग भी शामिल हैं जिनकी फाइल पिछली सरकार ने बंद कर दी थी.

दर्जनों मंत्रियों के नाम हैं शामिल:

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  • दर्जनभर से अधिक पूर्व मंत्री इस जांच के दायरे में हैं.
  • शासन में लंबित भ्रष्टाचार के मामलों पर जल्दी फैसला करने की कोशिश में सरकार अब जुट गई है.
  • वर्षों से कई मामले अभियोजन की अनुमति के लिए लंबित पड़े हुए हैं.
  • कई बड़े नेताओं और अफसरों से जुड़ी इन फाइलों को लेकर अब सरकार ने सख्त रुख अपनाया है.
  • सपा सरकार ने पूर्व मंत्रियों पर मुकदमा चलाने को मंजूरी दी थी.
  • इन मंत्रियों में पूर्व मंत्री रंगनाथ मिश्रा, चंद्रदेव, राकेशधर, पर केस चलाने की मंजूरी मिली थी.
  • वहीँ पूर्व मंत्री बादशाह सिंह, रामअचल, अवधपाल के मामले में अनुमति नहीं मिली थी.

बसपा के इन दिग्गजों की भी बढेंगी मुश्किलें:

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  • नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बाबू सिंह के मामले में भी अनुमति नहीं मिली थी.
  • रामवीर उपाध्याय के मामलों में भी अभियोजन की अनुमति नहीं थी.
  • आय से अधिक सम्पति के मामले में नसीमुद्दीन सिद्दीकी और रामवीर उपाध्याय के खिलाफ मामले खत्म कर दिए गए थे.
  • शासन ने दोबारा जांच कर पूरा मामला खत्म कर दिया था.
  • घोटाले में फिर विजिलेंस ने शासन से अभियोजन की अनुमति मांगी है.
  • प्रमुख सचिव गृह ने ऐसी फाइलों का ब्यौरा तलब किया है.
  • गृह विभाग विजिलेंस को मजबूत बनाने में जुटा हुआ है.
  • केंद्र की तर्ज पर हर विभाग विजिलेंस इकाई शुरू करने पर विचार कर रहा है.

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