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फूलपुर से ये लड़ सकते है समाजवादी पार्टी से लोकसभा 2019 का चुनाव

फूलपुर से ये लड़ सकते है समाजवादी पार्टी से लोकसभा 2019 का चुनाव

जहाँ एक तरफ उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए सपा-बसपा ने सीटों का बंटवारा कर लिया है। वही शेयरिंग फार्मूले में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के हिस्से में यूपी की तीन सबसे ‘सेफ’ सीटें भी आ गई हैं। जिन पर गठबंधन का फार्मूला पहले से ही टेस्टेड और सफल है। ये सीटें हैं गोरखपुर, फूलपुर और कैराना।  फूलपुर लोकसभा उपचुनाव की पृष्ठभूमि में समाजवादी पार्टी (सपा) अध्‍यक्ष अखिलेश यादव ने आज कहा कि इन चुनावों ने पूरे देश को एक संदेश दिया है कि अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा को परास्‍त करना सम्‍भव है।

जानिए क्या है फूलपुर सीट का इतिहास
लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने बीजेपी से छीन ली थी फूलपुर सीट

फूलपुर भी समाजवादी पार्टी ने बीजेपी से छीन लिया था. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अकेले लड़ने पर इन सीटों पर बीजेपी भारी पड़ेगी। लेकिन गठबंधन के लिहाज से ये काफी सेफ है और तीनों का संदेश बड़ा जाएगा। गोरखपुर और फूलपुर वो सीटें हैं। जहां पर बीजेपी के विजय रथ को विपक्ष ने मिलकर सबसे पहले रोका था। इसके बाद ही तय हो गया था कि सपा-बसपा भविष्य में गठबंधन करेंगे। 2014 की मोदी लहर में फूलपुर से बीजेपी के केशव प्रसाद मौर्य को 52.43 फीसदी वोट मिले थे।

फूलपुर सीट से सपा की स्थिति मजबूत, बीजेपी यह सीट जीते यह होगा वेहद मुश्किल
योगी को हरा फूलपुर से प्रवीन निषाद ने हथियाई थी यह सीट

योगी आदित्यनाथ की पारंपरिक सीट रही गोरखपुर में समाजवादी पार्टी के प्रवीण कुमार निषाद ने कब्जा किया था जबकि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की सीट फूलपुर से सपा के नागेंद्र सिंह पटेल सांसद बने थे।

रिपोर्ट- संजीत सिंह सनी

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