समाजवादी परिवार द्वारा वर्ष 2015 की 14 मार्च को समाजवादी श्रवण यात्रा को हरी झंडी दिखाई थी। बता दें कि इस यात्रा की प्रेरणा पौराणिक चरित्र श्रवण कुमार से मिली है। श्रवण कुमार अपने माता-पिता की एक बेहद आज्ञाकारी संतान थे जिन्होंने अपने कन्धों पर उनका भार सहकर अपने माता-पिता को चार धामों की यात्रा कराई थी। इसी तर्ज़ पर उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार ने एक योजना का आरंभ किया। जिसके तहत इस योजना में गरीब व वरिष्ठ नागरिको को बिना किसी शुल्क के चार धाम की यात्रा कराने का संकल्प लिया गया।
पहले चरण में 1044 श्रद्धालुओं को कराये गए थे दर्शन :
- उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित चारबाग़ स्टेशन से मुख्यमंत्री अखिलेश द्वारा इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गयी थी।
- बता दें कि इस मौके पर तत्कालीन राज्यमंत्री विजय कुमार मिश्रा भी मौजूद रहे थे।
- ख़ास बात यह थी कि इस यात्रा के पहले चरण में 1044 श्रद्धालुओं को दर्शन कराये गए थे।
- जिसमें से 280 केवल लखनऊ से ताल्लुख रखते थे।
- इस यात्रा के लिए सरकार द्वारा IRCTC की एक ख़ास ट्रेन बुक की गयी थी।
दो सालों में हुई 9 यात्राएं :
- हरिद्वार व ऋषिकेश- 14 मार्च 2015
- अजमेर व पुष्कर- 23 जुलाई 2015
- तिरुपति व रामेश्वरम- 20 जनवरी 2016
- जगन्नाथ पुरी व कोंकण मंदिर(उडीशा)- 24 फरवरी 2016
- शिर्डी, त्रियांब्केश्वर व शनि सिंगनपुर(महाराष्ट्र)- 26 अप्रैल 2016
- द्वारका, सोमनाथ, नागेश्वर ज्योतिर्लिंग व भेंट द्वारका(गुजरात)- 23 मई 2016
- महाकालेश्वर, उज्जैन व ओमकारेश्वर(मध्यप्रदेश)- 20 जून 2016
- द्वारका, सोमनाथ व नागेश्वर(गुजरात)- 29 जुलाई 2016
- स्वर्ण मंदिर, अमृतसर(पंजाब)- 8 अगस्त 2016