उन्नाव गैंगरेप के मामले में जैसे-जैसे दिन गुजर रहे हैं पुलिस की तफ्तीश आगे बढ़ रही है। पुलिस का शिकंजा कसता देख आरोपी पक्ष कुछ न कुछ नई चाल चल रहा है। बुधवार को आरोपी विधायक की पत्नी संगीता सिंह सेंगर डीजीपी मुख्यालय पहुंची। यहां उन्होंने डीजीपी ओपी सिंह से मिलकर पूरी बात बताई। संगीता ने अपने पति को बेगुनाह बताया। उन्होंने कहा कि मामले की उच्च स्तरीय जांच करवा ली जाये खुद ही सच्चाई सामने आ जायेगी। डीजीपी ने संगीता को निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया। मीडिया के सामने विधायक की पत्नी अपने आरोपी पति को बचाती नजर आईं। उन्होंने कहा कि विवाद के चलते युवती ने सारे आरोप लगाए हैं।

बता दें कि भाजपा विधायक पर रेप का आरोप लगाने वाली युवती ने जिस शशि सिंह नाम की महिला को नौकरी का झांसा देकर विधायक से मिलवाने की बात कही थी। मंगलवार की शाम शशि सिंह ने लखनऊ में प्रेसवार्ता कर रेप विक्टिम के आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने अपने बेटे के साथ पत्रकारों को बताया कि युवती ने झगड़े के चलते उनके बेटे को भी बलात्कार के केस में फंसाया था। अब विधायक पर भी आरोप लगा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि युवती का परिवार बलात्कार का आरोप लगाकर लोगों को फंसाने का कार्य कर रहा है। यही इन लोगों की कमाई भी हो गई है। अब ये महिला कितना सही बोल रही है ये तो जांच का विषय है।

काश उन्नाव की हाईटेक पुलिस 80 दिन पहले ही चेत गई होती तो शायद उन्नाव रेप पीड़िता के पिता की जान बच गई। रेप पीड़िता का चाचा 19 जनवरी से सोशल मीडिया पर इंसाफ की गुहार लगा रहा था। लेकिन पूरी दुनिया में सोशल मीडिया (ट्विटर) पर खूब सुर्खियां बटोरने वाली यूपी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पीड़िता के परिवार का कहना है कि अगर पुलिस ने तीन महीने पहले कार्रवाई की होती तो उनके परिवार का मुखिया जिंदा होता।

हालांकि पुलिस की लचर कार्रवाई के चलते पिछली 3 अप्रैल को पुलिस की निगरानी में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह और उसके गुर्गों ने पीड़िता के पिता और चाचा को बुरी तरह पीटा था। पुलिस ने इस मामले में गंभीर रूप से घायल पीड़िता के पिता को जेल भेज दिया था। इसके बाद पीड़िता ने पिछली 8 अप्रैल को मुख्यमंत्री आवास के बाहर पूरे परिवार के साथ आत्मदाह का प्रयास किया।

इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लिया तब तक जेल में हिरासत के दौरान रेप पीड़िता के पिता की 9 अप्रैल को मौत हो गई। तब मामले ने राष्ट्रीय स्तर पर तूल पकड़ लिया। इस मामले में सीएम योगी के निर्देश के बाद थाना प्रभारी माखी सहित 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। पुलिस ने इस केस में चार लोगों को गिरफ्तार किया। मंगलवार सुबह लखनऊ क्राइम ब्रांच ने भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उधर पुलिस ने सुरक्षा के बीच पीड़िता के परिवार का अंतिम संस्कार करवा दिया। जिलाधिकारी उन्नाव ने पीड़ित परिवार को मिलने के लिए आज बुलाया था। वहीं पीड़िता ने सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई जांच के लिए पीआईएल दाखिल की है।

मंगलवार को एडीजी कानून-व्यवस्था आनंद कुमार ने बताया कि उन्नाव गैंगरेप केस में यूपी सरकार ने SIT का गठन किया है। इस मामले में भाजपा विधायक से भी पूछताछ होगी। वहीं पीड़ित लड़की के पिता की संदिग्ध हालत में मौत के बाद प्रमुख सचिव गृह ने पुलिस को फटकार लगाते हुए मामले की पूरी रिपोर्ट तलब की है। जेल में विधायक की दखल का खुलासा हुआ है। विधायक कुलदीप सिंह का रिश्तेदार है जेल में सप्लायर है। सप्लायर के पास जेल में राशन, सब्जी सप्लाई का ठेका है। बताया जा रहा है कि सप्लायर से भी पूछताछ होगी। आईजी रेंज लखनऊ भी मामले की जांच को देखेंगें। इस मामले में गृहमंत्रालय की भी सीधी नजर बनी हुई है मुख्यमंत्री स्वयं इस केस की निगरानी कर रहे हैं।

 

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