सैदपुर की सभा में शिवपाल सिंह यादव के सामने आत्मदाह की कोशिश करने वाले सत्येन्द्र की मौत हो गई। आत्मदाह के बाद उसे सिंह मेडिकल नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था जहाँ उसकी मौत हो गई।

बनारस के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गयी जिसके बाद से ही उसका पूरा परिवार सदमे में हैं। उसकी माँ घनेश्वरी देवी की हालत रो-रोकर ख़राब हो गई है।

इस घटना के बाद बहरियाबाद थानाध्यक्ष और डीएसओ को निलम्बित कर दिया गया है। लोक निर्माण और सिंचाई मंत्री शिवपाल यादव से मिलकर अपनी समस्या बताने गए युवक सत्येंद्र को टाउन इंटर कॉलेज में सभा में जाने से रोक दिया गया था। न्याय की गुहार लगाते हुए थक चुके सत्येंद्र ने दुखी होकर आत्मदाह कर लिया था।

सत्येंद्र का पूरा परिवार गांव के एक कच्चे मकान में रहता है और सत्येंद्र तीन भाइयों में सबसे छोटा था। सत्येंद्र के बड़े भाई बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रहे हैं, वहीँ सत्येद्र के मंझले भाई खेती-बाड़ी करते हैं। सत्येंद्र बी.ए. द्वितीय वर्ष का छात्र था। परिवार की आर्थिक स्थिति कुछ ख़ास अच्छी न होने के कारण सत्येंद्र के इलाज में काफी समस्या आई।

आत्मदाह के बाद सत्येंद्र को बीएचयू बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया था, लेकिन वहां आईसीयू न मिलने के कारण सत्येंद्र की हालत बिगड़ने लगी। जिसके बाद सत्येंद्र को सिंह मेडिकल नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। जहाँ इलाज के दौरान सत्येंद्र की मौत हो गयी।

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