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6 दिसंबर 1992 को देश के सबसे संवेदनशील मुद्दे ‘बाबरी मस्जिद’ को गिरा दिया गया था। जिसके बाद से लेकर अभी तक मामले में मालिकाना हक़ के लिए देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट में केस चल रहा है। बाबरी विध्वंस के मामले में भाजपा-विहिप के करीब 13 वरिष्ठ नेताओं पर एक बार फिर से गाज गिर सकती है।

अगले पेज पर जानें SC किन भाजपा नेताओं पर गिरा सकता है गाज:

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आपराधिक साजिश के तहत चल सकता है मुकदमा:

  • उत्तर प्रदेश के रामजन्मभूमि विवाद में एक नया मोड़ आने की सम्भावना बढ़ गयी है।
  • गौरतलब है कि, रामजन्मभूमि विवाद का मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है।
  • वहीँ रामजन्मभूमि मामले में भाजपा के 13 वरिष्ठ नेताओं पर आपराधिक साजिश के तहत मुकदमा चल सकता है।
  • जिनमें भाजपा के लालकृष्ण आडवाणी, उमा भारती, पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह समेत विहिप के नेता शामिल हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने दिए संकेत:

  • सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट ने यह संकेत देते हुए कहा कि, सिर्फ टेक्निकल ग्राउंड पर नेताओं को राहत नही दी जा सकती है।
  • साथ ही कोर्ट ने सीबीआई को निर्देश दिया है कि, मामले में सभी 13 अपराधियों के खिलाफ आपराधिक साजिश की पूरक चार्जशीट दाखिल करें।
  • कोर्ट ने ये भी कहा है कि, बाबरी विध्वंस मामले में दो अलग-अलग अदालतों में चल रही सुनवाई को एक जगह क्यों न किया जाये?
  • गौरतलब है कि, रामजन्मभूमि विवाद का एक केस लखनऊ और दूसरा रायबरेली में चल रहा है।

कोर्ट ने कहा, एक साथ सुनें जाएँ मामले:

  • सुप्रीम कोर्ट ने साथ ही ये भी कहा है कि, दोनों मामलों को एक साथ सुना जाना चाहिये।
  • वहीँ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी कि तरफ से इसका विरोध किया गया है।
  • साथ ही तर्क दिया गया है कि, इस मामले में 183 गवाहों को फिर से बुलाना पड़ेगा, जो काफी मुश्किल है।
  • भाजपा नेता की ओर से यह भी कहा गया है कि, साजिश के मामले की दोबारा सुनवाई के आदेश नहीं देने चाहिए।
  • वहीँ सीबीआई ने भी संयुक्त सुनवाई के लिए हामी भर दी है।
  • गौरतलब है कि, कोर्ट ने मामले की अंतिम सुनवाई के लिए 22 मार्च की तारीख दी है।

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