फतेहपुर सीकरी मेें  विद्यालयों की हालत एेसी की बच्चे गंदगी में पढने को मजबूर है.विद्यालय परिसर  में कुत्ते, सुअर और आवारा जानवर खुले आम घूम रहे है.यहां से रोजाना कोई ना कोई अधिकारी निकलता है लेकिन विद्यालय में फैले अव्यवस्था को सब अनदेखा कर देते है.इस विद्यालय में सिर्फ एक अध्यापक है वह भी अटेचमेंट पर.एक अध्यापक होने की वजह से यहां का रसोईया भी यहा के बच्चों को पढाता है. शिक्षक मुदित चौधरी अध्यापको की संख्या बढ़ाने को लेकर कई बार उच्च अधिकारियों को अवगत करा चुके है लेकिन बड़े अधिकारी हर बार अनदेखा कर देता है.

 

विद्यालयों की हालत काफी लचर

फतेहपुर सीकरी में परिषदीय विद्यालयों की हालत कुछ ऐसी ही है . एक तरफ सीकरी के नवनिर्वाचित चैयरमेन सोशल मीडिया पर वाहवाही लूटते नजर आ रहे है तो वही फतेहपुर सीकरी के काँदऊवार में प्राथमिक विद्यालय के विद्यार्थी गंदगी में पढ़ने को मजबूर है. विद्यालय परिसर में ही सुअर ,कुत्ते और आवारा पशु घूमते रहते है.आपको बताते चले कि ये विद्यालय फतेहपुर सीकरी से राजस्थान को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पर बना हुआ है.

विधायक और अन्य अधिकारी निकलते है हर बार बच्चों को अनदेखा कर देते है

यहां से रोजाना क्षेत्र के विधायक और अन्य अधिकारी निकलते है लेकिन ये किसी को दिखाई नही देता है। इस विद्यालय में करीब 150 बच्चे पढ़ते है , और इस स्कूल में सिर्फ एक अध्यापक है वो भी अटेचमेंट पर .यहाँ एक अध्यापक होने की वजह से रसोईया भी बच्चों को पढ़ाता है. शिक्षक मुदित चौधरी अध्यापको की संख्या बढ़ाने को लेकर कई बार उच्च अधिकारियों को अवगत करा चुके है लेकिन उच्चाधिकारियों के कान पर जूं रेंगती नही नजर नही आ रही है.

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