शासन ने अवैद्य खनन के मामले में फतेहपुर जिले के एसडीएम अमित भट्ट समेत चार अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया। लेकिन इन लापरवाह अफसरों की काली कमाई का रैकेट यही नहीं रुकता। निलंबित एसडीएम अमित भट्ट ने अवैद्य खनन के जरिये अर्जित की गई काली कमाई को अपने ही तहसील क्षेत्र में हाइवे के किनारे करोड़ो की जमीन कौड़ियों के भाव खरीदी और अपनी मां तरुण देवी और अपने ही एक दोस्त अभिनव के नाम करवाया दिया।

भूमाफियाओं से कम नहीं है निलंबित एसडीएम का कारनामा

18 नवम्बर 2017 को कराए गए बैनामे जो भी किया गया वो किसी भूमाफिया के कारनामों से कम नहीं है। इतना ही नहीं लाखों रुपये की स्टाम्प चोरी भी गई। बता दें कि निलंबित एसडीएम के अमित भट्ट के दोस्त अभिनव बर्तमान समय मे लखीमपुरखीरी जिले में बतौर जिला पूर्ति अधिकारी के पद में तैनात है। पूरे इलाके के काली कमाई के लिए मशहूर हो चुके निलंबित एसडीएम अमित भट्ट ने खागा तहसील में एसडीएम के पद का पूरा दुरपयोग इस जमीन को खरीदने में किया।

मां और दोस्त के नाम करा लिया बैनामा

इतना ही नही इस विवादित जमीन का कोर्ट में मुकदमा भी इनायत उल्ला और अयूब आदि से चल रहा है। जिसमे हाईकोर्ट से इम्तियाज आदि ने स्थगनादेश भी प्राप्त कर लिया है। लेकिन इस सबके बावजूद काली कमाई में मदमस्त एसडीएम ने सभी नियम कायदों को ताक में रख दिया और जमीन बैनामा अपनी मां और दोस्त के नाम करा लिया। जमीन में मुकदमे के वादी इनायत उल्ला की मानें तो एसडीएम खुद जमीन को देखने कई बार आये थे और उनको जमीन के विवादित होने की बात बताई गई थी लेकिन एक भी नही सुनी।

स्टाम्प चोरी के लिए भी रचा गया षड्यंत्र

ताज्जुब तो तब होता है जब इस जमीन में स्टाम्प की चोरी के लिए भी षड्यंत्र रचा गया। बैनामे में जमीन को हाइवे से डेढ़ किलोमीटर दूर दिखाया गया। जब जो चौहद्दी दिखाई गई साफ तौर पर हाइवे से जोड़कर दिखा दिया गया। ऐसे में साफ जाहिर होता है कि निलंबित एसडीएम अमित भट्ट ने सभी हदे पार की और एक सरकारी गुंडे की तरह अपनी फौज बनाकर काले कारनामो को अंजाम देते रहे।

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