कासगंज चंदन हत्याकांड में शनिवार को दूसरे आरोपी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार दूसरे आरोपी के पास से एक 315 बोर का तमंचा व 2 जिंदा कारतूस पुलिस ने बरामद किए है। दूसरे हत्यारोपी का नाम राहत कुरैशी बताया जा रहा है जिसको पुलिस ने सदर कोतवाली के इस्माइलपुर रोड़ से गिरफ्तार किया है। बताते चलें कि पुलिस ने चंदन के पहले हत्यारोपी सलीम को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक सलीम के घर से ही चंदन पर गोली चलाई गई थी। कासगंज हिंसा के मामले में पुलिस की यह कामयाबी अहम मानी जा रही है। गृह मंत्रालय द्वारा कासगंज हिंसा की जांच रिपोर्ट मांगी गई थी जिसके बाद एसटीएफ टीम गठित की गई थी। पुलिस ने आरोपियों के घर छापेमारी भी की थी और देसी बम और पिस्टल बरामद किए थे।
 
क्या था पूरा मामला ?
 
26 जनवरी को कासगंज जिले के कोतवाली इलाके में तिरंगा यात्रा के तहत विश्व हिंदू परिषद और एबीवीपी के कार्यकर्ता बाइक से रैली निकाल रहे थे। इस दौरान नारेबाजी को लेकर विशेष समुदाय के लोगों से बहस हो गई। इस दौरान अचनाक फायरिंग शुरू हो गई, जिसमें तिरंगा यात्रा में शामिल चंदन गुप्ता को गोली लग गई। बाद में उसे अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। इस घटना के बाद पूरा कासगंज जल उठा और हिंसा भड़क उठी। इसके बाद यहां तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं सामने आ रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिंसा में मारे गए युवक के परिवार वालों को 20 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया था।

आईजी से मिले अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र

 
उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में तिरंगा यात्रा के दौरान हुई चन्दन के मौंत के मामले में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र संघ के जनरल सेक्रेटरी आईजी से मिलने पहुंचे। तीन सदस्यीय दल के साथ आईजी संजीव गुप्ता से मुलाकात कर कासगंज में हुए सम्प्रदायिक दंगे को लेकर निष्पक्ष जांच की मांग की। कहा कि दंगे के दौरान जो भी नुकसान हुआ है उसकी भरपाई सरकार को करनी चाहिए। इस दौरान आईजी ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। छात्र संघ के तीन सदस्यीय दल ने चन्दन के परिवार को दी जाने वाली आर्थिक मदद को बढ़ाए जाने की मांग की। कहा कि दंगे के सभी पीड़ितों को कम से कम 25 लाख मुआवजा दिया जाए। इस दौरान प्रशासन से फिर से अमन चैन बहाल करने की मांग की थी।
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