SGPGI में  लिए शुरू की गयी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सुविधा खोखली साबित हो रही है।  हालत ये है की ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भी PGI में मरीजों को रजिस्ट्रेशन के लिए लम्बी लाइन लगानी पड़ रही है। कभी-कभी तो मरीजों को दो-दो दिन तक इंतजार करना पड़ रहा है।  सबसे जयादा परेशानी दूर से आये मरीजों को हो रही है। सबसे ज्यादा परेशानी गेस्ट्रो विभाग में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वाले मरीजों को हो रही है।

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इलाज के लिए खा रहे धक्के

  • मरीजों के लिए शुरू की गयी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा मरीजों के लिए आफत बन गयी है।
  • PGI के  गेस्ट्रो विभाग में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वाले मरीजों को पहुंचने पर दोबारा फॉर्म भरना पड़ रहा है।
  • ऐसे में ऑनलाइन भरे गए फॉर्म का मरीजों को कोई फ़ायदा नहीं मिल रहा है।
  • जिससे मरीजों को शारीरिक के साथ ही मानसिक दिक्कतों का भी सामना करना पड़  रहा है।
  • कई बार तो इस चक्कर में मरीजों को उस दिन बिना इलाज के ही वापस लौटना पड़ रहा है।
  • और दूसरे दिन भी आने पर उन्हें वैसे ही इलाज के लिए धक्के खाने पड़ रहे है।
  • दूसरी ओर PGI एक VIP अस्पताल होने के कारण भी यहाँ आम आदमी को इलाज मिलना मुश्किल हो जाता है।
  • निदेशक डॉ.राकेश कपूर का कहना है कि यदि ऐसा  तो ये गंभीर मुद्दा है।
  • इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कराई जाएगी।
  • जल्द से जल्द मरीजों की समस्याओं का समाधान किया जायेगा।
  • आपको बता दें की गेस्ट्रो मेडिसिन विभाग में  में 40 मरीजों का रजिस्ट्रेशन मान्य होता है।
  • लेकिन आज भी यदि वर्तमान स्तिथि पर नज़र डाले तो ऑनलाइन काम ही  है।
  • दूसरे जिलों से आने वाले लोग रात में ही रजिस्ट्रेशन काउंटर के बाहर लाइन लगा लेते है।
  • ऐसे में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की  मूर्त रूप मिलने में परेशानी आ रही है।
  • हालांकि एक वजह SGPGI में मरीजों की संख्या ज्यादा होना है।
  • इलाज  की आस में आये मरीजों को ऐसा करना पड़ता है।
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