उत्तरप्रदेश में अक्सर स्कूली छात्रों को बेरहमी से पीटने के मामले सामने आते रहते है। लेकिन पुलिस केवल पहुंच वाले लोगों की ही सुनती है। ताजा मामले में मासूम स्कूली छात्रा की एक टीचर ने बेरहमी से पीट-पीटकर बुरी हालत कर दी। उसे गंभीर चोट भी आई है। लेकिन जब उसका गरीब पिता थाने पर टीचर के खिलाफ कार्रवाई की फरियाद लेकर पहुंचा, तो पुलिस ने केस दर्ज करने से इंकार कर दिया।

मासूम पर कहर :

  • मालमा यूपी के शाहजहांपुर के जलालाबाद थाने का हैं।
  • 11 वर्षीय पीड़िता प्रीति जलालाबाद थाना क्षेत्र में रहती है।
  • वह प्राथमिक विद्यालय मलूकपुर में कक्षा पांच की छात्रा है।
  • इसी स्कूल के टीचर ने उसे बेरहमी से पीट,
  • जिससे उसके हाथ और चेहरे पर काफी चोट आई है।

आधे घंटे की देरी पर इतनी बड़ी सजा :

  • छात्रा प्रीति का पिता राजकुमार किसान है।
  • वह शुक्रवार को बेटी को स्कूल पहुंचाने में आधा घंटा लेट हो गया।
  • वह उसे स्कूल के गेट पर छोड़कर चला गया।
  • इसके बाद स्कूल के अंदर जाते ही स्कूल की टीचर विवेकी मलिक ने मासूम पर अपना कहर बरपाया।
  • उसने महज आधे घंटे की देरी से आने के लिए प्रीति की बेरहमी से पीटाई कर दी।
  • जिससे उसके हाथ और चेहरे पर काफी चोट आई।
  • हाथ पर गंभीर चोट लगने के बाद उसका हाथ सूज गया।
  • वह दर्द से कहराने लगी उसके बाद जब बच्ची घर पहुची,
  • तो पिता खेत पर गए हुए थे शाम में घर से लौटने के बाद पिता को पूरी बात की जानकारी हुई।

थाने पर पुलिस का शिकायत दर्ज करने से इंकार :

  • जिसके बाद शनिवार पिता आरोपी टीचर के खिलाफ तहरीर लेकर थाने पहुचा।
  • जहां थाने पर पिता ने तहरीर दे दी।
  • लेकिन पुलिस ने मामले में लापरवाही बरतते हुए उसकी शिकायत नहीं ली,
  • ना ही बच्ची को मेडिकल के लिए नहीं भेजा गया।
  • इस संबंध में जब थाने के इंस्पेक्टर भरत कुमार पटेल से पूछा गया,
  • तो उन्होंने किसी तरह की शिकायत मिलने से ही इंकार दिया।
  • ऐसे में एक गरीब इस किस तरह उत्तरप्रदेश पुलिस पर भरोसा करेगा।
  • जो पुलिस ना ही शिकायत दर्ज करती है और ना ही उसकी सुरक्षा के लिए कोई कदम उठाती है।
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