एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर ने आज कहा कि जिस प्रकार मुख्यमंत्री आवास के सामने सेल्फी लिए जाने के पुलिसिया आदेश जारी किये गए हैं वे सर्वथा अनुचित तथा मानव अधिकार विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि इस आदेश का सुरक्षा कारणों से कोई लेना-देना नहीं है क्योंकि जिस स्थान पर सेल्फ़ी तथा फोटो लिए जाने से मना किया जा रहा है वह सार्वजनिक स्थान है और वहां निरंतर लोग आते जाते रहते हैं। नूतन ने कहा कि इस आदेश से मात्र लोगों के मन में अकारण भय का माहौल बना है जिसके खिलाफ वे शीघ्र ही अदालत जाएँगी।
पोस्टर वायरल होते ही मचा था बवाल
- गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास 5 कालिदास मार्ग को जाने वाली सड़क के बाहर यूपी पुलिस ने गेट पर एक चेतावनी टांग दी थी।
- गेट पर लगे बैनर के मुताबिक, “इस वीआईपी क्षेत्र में फोटो खींचना व सेल्फी लेना दंडनीय अपराध है, अतः ऐसा करते हुए पकड़े जाने पर सख्त कार्रवाही करी जायेगी”।
- 5 कालिदास मार्ग के गेट पर लगी इस चेतावनी ने कई लोगों की नींद उड़ा कर दहशत पैदा कर दी थी।
- कई लोगों का ये भी कहना है कि आखिरी सेल्फी लेने से मुख्यमंत्री की सुरक्षा को क्या खतरा हो सकता है।
- इस पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी ट्विटर पर चुटकी ली।
- ये पोस्टर जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो कमेंट आने शुरू हो गए। फजीहत होती देख पुलिस ने ये पोस्टर हटवा दिया।
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Sudhir Kumar
I am currently working as State Crime Reporter @uttarpradesh.org. I am an avid reader and always wants to learn new things and techniques. I associated with the print, electronic media and digital media for many years.