शिक्षामित्रों का अनिश्चितकालीन सत्याग्रह आंदोलन (shikshamitra satyagrah protest) मंगलवार को तीसरे दिन भी जारी है. शिक्षामित्रों का कहना है कि 10000 रुपये मानदेय का झुनझुना स्वीकार नहीं करेंगे. शिक्षामित्र समान कार्य-समान वेतन से कम पर कोई समझौता नहीं करेंगे. इनकी मांग है कि केंद्र व राज्य सरकार संशोधित अध्यादेश लाकर प्रदेश के सभी 1,72,000 शिक्षामित्रों को पुनः शिक्षक बनाए.
शिक्षामित्रों का जेल भरो आन्दोलन:
- कल इन्होने चेतावनी दी थी कि अगर जल्द मांगें नहीं मानी गईं तो जेल भरो आंदोलन करेंगे.
- शिक्षामित्रों ने कहा था कि पूरा लखनऊ जाम कर देंगे.
- आज शिक्षामित्रों ने गिरफ़्तारी देने का फैसला किया है.
- बड़ी संख्या में शिक्षामित्र लक्ष्मण मेला मैदान में जुट रहे हैं.
- सुप्रीम कोर्ट के समायोजन रद्द करने के फैसले के बाद शिक्षामित्रों ने आन्दोलन शुरू कर दिया है.
क्या बोले शिक्षा मित्र नेता
- प्रदेश अध्यक्ष जीतेन्द्र शाही ने प्रदेश सरकार को ललकारा.
- उन्होंने कहा कि मनमाने ढंग से जारी किए गए मुख्य अपर सचिव के आदेश को कतई स्वीकार नहीं किया जायेगा.
- ₹10,000 मानदेय का झुनझुना नहीं चाहिए.
- समान कार्य समान वेतन से काम पर कोई समझौता स्वीकार नहीं है.
- उत्तर प्रदेश का शिक्षक सड़कों पर आंदोलन करने को बाध्य हैं. इससे बड़ी विडंबना क्या हो सकती है.
- उन्होंने मांग की है कि राज्य व केंद्र सरकार मिलकर संशोधित अध्यादेश लाकर प्रदेश के 172000 शिक्षामित्रों को सहायक शिक्षक बनाए.
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Kamal Tiwari
Journalist @weuttarpradesh cover political happenings, administrative activities. Blogger, book reader, cricket Lover. Team work makes the dream work.