फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनावों से समाजवादी पार्टी में नया जोश आ गया है। 2019 के पहले सपा के लिए ये दोनों जीत संजीवनी बन गयी हैं। अब समाजवादी पार्टी ने 23 मार्च को होने वाले राज्य सभा चुनावों की तैयारी करना शुरू कर दिया है। इसके लिए सपा ने अपने सभी विधायकों, पूर्व विधायकों और निर्दलीय विधायकों के लिए लखनऊ के होटल ताज में एक डिनर आयोजित किया है। इसके पहले आज लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी के सभी विधायकों की बैठक बुलाई थी जिसमें 2 विधायक शामिल नहीं हुए थे।

भाजपा बिगाड़ सकती है खेल :

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की मदद से राज्य सभा की 1 सीट जीतने की उम्मीद लगाए बैठी बीएसपी को बड़ा झटका लग सकता है। अगर ऐसा हुआ तो गुजरात में कांग्रेस के अहमद पटेल के राज्य सभा में चुने जाने के समय जैसी राजनीतिक उठापठक जैसी स्थिति फिर से पैदा हो सकती है। बसपा का खेल बिगाड़ने के लिए भाजपा समाजवादी पार्टी में अंदरुनी कलह का लाभ उठाने की कोशिश में है। मगर ऐसा होने से रोकने के लिए अब खुद सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव सामने आ गये हैं और उन्होंने लखनऊ में डिनर आयोजित कर राज्य सभा चुनाव के पहले विधायकों को एक जुट करने की कोशिश शुरू कर दी है।

 

ये भी पढ़ें: फिरोजाबाद में जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर हुआ भाजपा का कब्जा

बैठक में नहीं पहुंचे 2 विधायक :

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 23 मार्च को होने वाले राज्य सभा चुनावों के लिए पार्टी प्रत्याशी को जिताने के लिए लखनऊ में पार्टी विधायकों की बैठक बुलाई थी। लखनऊ में सपा कार्यालय पर हुई इस बैठक में सभी विधायकों को पहुंचना था म अगर हमेशा की तरह इस बार भी सपा के कद्दावर नेता और विधायक शिवपाल सिंह यादव बैठक में नहीं पहुंचे। सपा विधायक दल की बैठक खत्म होने के बाद बाहर आये विधायक पारसनाथ यादव ने बताया कि मीटिंग में राज्यसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा हुई। इस बैठक में 45 विधायक शामिल हुए। शिवपाल के अलावा सपा छोड़ चुके नितिन अग्रवाल भी बैठक में नहीं आये।

 

ये भी पढ़ें: जितिन प्रसाद हो सकते हैं कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें