समाजवादी पार्टी की मुश्किलें बढ़ाने के लिए शिवपाल यादव ने प्रगतिशील सपा का गठन किया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को झटका देते हुए शिवपाल ने अपनी नयी पार्टी में सपा के बड़े नेताओं को शामिल कराना शुरू कर दिया है। इसके अलावा शिवपाल यादव अपनी पार्टी में सपा के नाराज नेताओं को जिम्मेदारियां देकर उन्हें आगे बढ़ा रहे हैं। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता को शिवपाल यादव ने अपनी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी सौंप दी है।

शिवपाल यादव ने सौंपी जिम्मेदारी :

पूर्व एमएलसी रामनरेश मिनी को शिवपाल यादव ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी है। जिम्मेदारी मिलने के बाद पहली बार इटावा दौरे पर पहुंचे प्रसपा नेता का समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत की और कहा कि भाजपा ने देश-प्रदेश की जनता को धोखा देने का काम किया है।

उन्होंने कहा कि जो दल भाजपा को हटाने के लिए महागठबंधन की बात कर रहे हैं, उनको अब प्रसपा के पास आना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अधिकांश भाजपा विरोधी दल प्रसपा के संपर्क में हैं। इसका प्रत्यक्ष नजारा आगामी 9 दिसंबर को लखनऊ में रमाबाई पार्क में बहुजन मुक्ति पार्टी के साथ आयोजित जनसभा में नजर आएगा।

भाजपा सरकार पर बोला हमला :

मीडिया से बातचीत में प्रसपा राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार से जनता बुरी तरह त्रस्त है। जनता के खातों में 15 लाख रुपये, बेरोजगारी, देश की सुरक्षा, समानता, काला धन वापसी, किसानों की आय ढाई गुना करना सहित सभी वादे हवाई साबित हो रहे हैं। चुनाव आने पर अयोध्या में उन्माद फैलाने का प्रयास किया गया। भाजपा राममंदिर कभी नहीं बनाएगी सिर्फ श्रीराम के नाम पर वोट की राजनीति करके सामाजिक एकता अखंडता को प्रभावित करेगी। इसके तहत ही प्रसपा राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव को राज्यपाल को ज्ञापन देना पड़ा। अन्य दलों के नेता टीवी और ट्विटर पर बयानबाजी करते रहते हैं।

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