समाजवादी पार्टी को 2 लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी का समर्थन मिल गया है। इसके बाद से सपा उपचुनावों में अपनी जीत को लेकर और ज्यादा आश्वस्त हो गयी है। बसपा के सपा को समर्थन देने का सत्ताधारी दल भाजपा मजाक बना है और चूहे और छछूंदर का गठबंधन कह रहा है मगर सपा इसे उपचुनावों में भाजपा की बेचैनी करार दे रही है। इस बीच अब समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश के फैसले के खिलाफ जाकर अपना बयान दिया है।

सपा को मिला बसपा का समर्थन :

गोरखपुर और फूलपुर सीट पर होने वाले उपचुनावों में पहली बार ऐसा हुआ है कि बसपा ने अपने कट्टर विरोधी सपा को समर्थन दिया है। बसपा के अलावा चौधरी अजीत सिंह की पार्टी राष्ट्रीय लोकदल ने भी अपना समर्थन समाजवादी पार्टी को दे दिया है। इसके अलावा कई अन्य छोटे दलों ने भी सपा को अपना समर्थन दिया है। सपा को इतने सारे दलों का समर्थन मिलने से भाजपा की मुश्किलें जरूर थोड़ी बढ़ गयी हैं। मगर कांग्रेस ने इन दोनों ही सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं और जमकर प्रचार कर रहे हैं। इसके अलावा कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया मार्क्सिस्ट ने भी सपा को अपना खुला समर्थन दे दिया है।

शिवपाल ने खड़ा किया सवाल :

सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव किसी भी तरह से देश में भाजपा के विस्तार को रोकना चाहते हैं। शिवपाल यादव एक कार्यक्रम के लिए कन्नौज के ठठिया कसबे में पहुंचे हुए थे यहाँ पर उन्होंने बसपा के सपा को गठबंधन किये जाने पर जमकर हमला किया। ने कहा कि भाजपा को रोकने के लिए सभी दलों को एक झंडे के नीचे आना होगा। इसके अलावा बसपा से गठबंधन शिवपाल ने कहा कि सपा का बसपा से उपचुनाव में गठबंधन पार्टी के भविष्य के लिए हानिकारक होने वाला है। उन्होंने कहा कि चंद दिनों का ये गठबंधन किसी को भी लाभ देने वाला नहीं हैं। देश में अगर मोदी लहर को रोकना है तो सभी दलों को एकजुट होना होगा।

 

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