समाजवादी पार्टी में इन दिनों गृहयुद्ध फिर से शुरू होता हुआ दिखाई दे रहा है। अखिलेश यादव के सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद से पार्टी 2 भागों में बंटी हुई दिखाई दे रही है। शिवपाल यादव लगातार नये राजनैतिक विकल्प लाने की बात कह रहे हैं। अब उन्होंने अपनी इस बात को सच कर दिखाए हुए बड़ा काम कर दिया है।

शिवपाल यादव ने हटाया पार्टी का झंडा :

सपा नेता शिवपाल यादव एक बार फिर से बागी तेवर अख्तियार किये हुए हैं। वे लगातार सार्वजनिक मंच से नये राजनैतिक विकल्प को लाने की बात भी कह रहे हैं। इसके अलावा वे अपनी गाड़ी से समाजवादी पार्टी का झंडा भी हटा चुके हैं। इसी क्रम में सपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष शिवपाल यादव ने अपने संगठन का गठन करते हुए समर्थकों को उसमें पद देना शुरू कर दिया है। इटावा में सपा के कद्दावर नेता शिवपाल के नाम पर शिवपाल यादव यूथ ब्रिगेड का गठन किया गया है।

नये सदस्यों ने ली शपथ :

इटावा में शिवपाल यादव यूथ ब्रिगेड की स्थापना की गयी जिसमें संगठन के प्रमुख महासचिव उमाशंकर ने नये कार्यकर्ताओं को शपथ ग्रहण कराया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सपा में ऐसे लोगों को बढ़ावा मिल रहा है जो सिर्फ चमचागिरी के द्वारा पार्टी में बवाल कराना चाहते हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ऐसे लोगों को पहचान नहीं रहे हैं। उन्होंने मेहनती और कर्मठ नेता को पार्टी में नजरअंदाज किया है इसीलिए उन्होंने शिवपाल यादव यूथ ब्रिगेड का गठन किया है। इसका सिर्फ एक मकसद 2022 में शिवपाल यादव को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाना है। शिवपाल यादव यूथ ब्रिगेड ने लगातार अपने संगठन में सदस्यों को जोड़ना शुरू कर दिया है।

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