उत्तर प्रदेश में 58.2% किसान परिवार कर्ज में डूबे हैं। यूपी में 27,984 रुपये प्रति एक किसान परिवार पर कर्ज है।
- किसानों पर कर्ज के मामले में यूपी ‘टॉप 5’ राज्यों में शामिल है।
- यूपी के अलावा इस लिस्ट में मध्य प्रदेश, मिजोरम, मणिपुर और छत्तीसगढ़ भी शामिल हैं।
- विधानसभा चुनाव 2017 में यूपी के किसानों पर कर्ज के मामले में राजनीतिक पार्टियां कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
- जल-जन जोड़ो अभियान के राष्ट्रीय संयोजक संजय सिंह का इस संबंध में कहना है कि अभियान के तहत हमने चुनाव से पहले बैठक की।
- इस बैठक में 40 संगठन शामिल हुए हैं।
- उन्होंने कहा किसानों से कहा है कि अगर नेताओं ने अब तक उनके क्षेत्र में कोई काम नहीं किया है तो वह नोटा का बटन दबाएं।
- हमने लगातार आंदोलन कर किसानों के मुद्दे उठाए।
- उसी का नतीजा है कि इस चुनाव में किसान मुद्दा हैं।
- इस बार भी हम किसी को समर्थन नहीं करेंगे।
- पार्टियां काम करके खुद किसान का चेहरा बनें।
- किसान वोट दिए बिना रह सकता है लेकिन आंदोलन किए बिना नहीं।
- जो काम नहीं करेगा, उसके खिलाफ आंदोलन करेंगे।
- भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने इस संबंध में कहा कि हम लगातार किसानों के मुद्दे उठा रहे हैं।
- उन्होंने कहा कि इस समय सभी पार्टियां किसानों का मुद्दा उठाने लगी हैं।
- उन्होंने कहा कि किसान इस बार बोट तो देगा लेकिन बहुत ही सोच समझकर।
- उनका कहना है कि नेताओं को सबक सिखाने के लिए इस बार किसानों ने नोटा का बटन दबाने का मन बना लिया है।
- नोटा का बटन दबाने के लिए कई सामाजिक कार्यकर्ता जागरूकता भी फैलाकर आंदोलन छेड़े हुए हैं।