प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान का प्रचार इन दिनों जोरों पर हैं। चुनावी शंखनाद बजते ही इस सीट से चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों ने मतदाताओं के बीच अपना दमखम दिखाना शुरू कर दिया है। हलाकि इस विधान सभा सीट से इन तीन प्रत्याशियों के अलावा15 प्रत्याशी चुनावी महासमर में उतरकर अपनी नैया पार लगाने की जोरदार कोशिश कर रहे हैं।

तीनों प्रत्याशी कर रहे अपनी दावेदारी

  • लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट पर बहुजन समाज पार्टी ने योगेश दीक्षित को मैदान में उतारा है।
  • वहीं प्रदेश की सत्तारुढ़ पार्टी सपा ने अपने ही परिवार की सदस्य अपर्णा यादव को इस सीट से प्रत्याशी बनाया है।
  • वहीं भाजपा ने कैंट से वर्तमान विधायक रीता बहुगुणा जोशी पर अपना भरोसा जताया है।
  • कांग्रेस पार्टी से अपनी पहचान बनाने वाली रीता बहुगुणा जोशी की जीत की राह इस बार आसान नहीं होगी।
  • कैंट की यह सीट पूर्व की स्थिति पर नजर डाले तो ज्यादातर भाजपा के पाले में ही रही है, लेकिन 2012 में कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष रही रीता बहुगुणा जोशी ने भाजपा के प्रत्याशी सुरेश तिवारी को हराकर यह सीट कांग्रेस के खाते में डाली थी।
  • रीता बहुगुणा जोशी का कैंट की जनता के प्रति एक अलग ही लगाव हैं, जो मेहनत उन्होंने की उसका काफी हद तक परिणाम भी कैंट की जनता ने उन्हें दिया, लेकिन कांग्रेस में खींचतान के चलते उन्हें कांग्रेस की पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थामना लिया।

अपर्णा के आने से गरमाया मुकाबला

  • कैंट की जनता की लोकप्रिय नेता तो रीता हैं, लेकिन समाजवादी पार्टी व परिवार की सदस्य एवं मुलायम सिंह की पुत्र वधु समाज सेवी अपर्णा यादव के चुनाव मैदान में आ जाने से मुकाबला गरमा गया है।
  • सपा प्रतयाशी अपर्णा यादव पिछले एक साल से कैण्ट के मतदाताओं के वीच अपनी पहचान बनाने में लगी हैं।
  • उनकी भी कैंट क्षेत्र की जनता के बीच पहचान बनी हुई है।
  • इस बार के चुनाव में अब तो रीता और अपर्णा की प्रतिष्ठा की अग्निपरीक्षा होनी है, दोनों ही समाज से जुड़े कार्यकर्ता हैं।
  • समाजवादी पार्टी को यह सीट जीतना उतना ही आवश्यक है, जितना कि भाजपा को अपना खोया जनाधार बचाने के लिए।

महासंग्राम में बसपा भी नहीं पीछे

  • वहीं बसपा के योगेश दीक्षित की बात की जाये तो इस चुनाव महासंग्राम में वह भी मुकाबले में पीछे नहीं होंगे।
  • सालों से जनता के बीच रूबरू हो रहे श्री दीक्षित त्रिकोणीय मुकाबले की स्थिति पैदा कर चुके हैं।
  • वह भी जनता की वोट को अपने पक्ष में करने की मुहिम लेकर दिन रात प्रचार में लगे हैं।
  • योगेश दीक्षित के बाद रीता और अपर्णा कौन इस चुनावी अग्निपरीक्षा में खरा उतरेगा यह तो भविष्य के गर्व में हैं, लेकिन सबकी निगांहे इस बात भाजपा प्रत्याशी रीता जोश व सपा प्रत्याशी अपर्णा यादव पर हैं।
  • इन तीनों प्रत्याशियों के साथ कैण्ट से 15 प्रत्याशी चुनावी महासमर में अपने आप को आगे निकालने की मुहिम में प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।
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