उत्तर प्रदेश के राज्य सभा चुनावों में कई हैरान कर देने वाले नजारे देखने को मिले थे। यहाँ पर कई विधायकों ने अपनी पार्टी से बगावत करते हुए विपक्षी दल के प्रत्याशी को वोट किया था। इस सूची में सपा बसपा सहित लोकदल और भासपा के विधायक का नाम शामिल है। अब योगी सरकार ऐसे बागी विधायकों पर मेहरबान हो गयी है और क्रॉस वोटिंग करने का उन्हें बड़ा इनाम दे दिया है। योगी सरकार ने इन बागी विधायको को अपनी पार्टी के खिलाफ जाकर वोटिंग करने का बड़ा तोहफा दिया है।

विधायकों पर मेहरबान योगी सरकार :

यूपी में हुए राज्यसभा चुनावों में 9वीं सीट पर बीजेपी उम्मीदवार को समर्थन देने वाले विधायकों पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार मेहरबान नजर आ रही है। अपनी पार्टी से बगावत करने वाले विधायकों को  अब बीजेपी सरकार की तरफ से विशेष Y श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है। इसमें सपा छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले नरेश अग्रवाल के बेटे और सपा के बागी विधायक नितिन अग्रवाल भी शामिल हैं। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी के बागी विधायक अनिल सिंह को भी Y श्रेणी सुरक्षा दी गयी है।  साथ ही मल्लांवा से भाजपा विधायक आशू सिंह को वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है। ये दोनों वही विधायक हैं जिन्होंने 23 मार्च को राज्यसभा चुनाव में सपा-कांग्रेस समर्थित बसपा उम्मीदवार भीमराव अंबेडकर को वोट नहीं दिया था।

 

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बगावत का मिला ईनाम :

यूपी की 10 राज्यसभा सीटों पर हुए चुनाव में 8 सीटों पर बीजेपी की जीत तय थी। मगर भाजपा ने 9वीं सीट पर उम्मीदवार उतारकर सभी को हैरान कर दिया था। इसी सीट से बीएसपी ने भीमराव अंबेडकर को उम्मीदवार बनाया था। इन्हें सपा और कांग्रेस का समर्थन भी मिल गया था। शुरुआत में अंबेडकर की स्थिति मजबूत दिख रही थी लेकिन वोटिंग से पहले बीएसपी विधायक अनिल सिंह ने बीजेपी को समर्थन का ऐलान कर दिया। साथ ही सपा विधायक नितिन अग्रवाल भी योगी खेमे में चले गए। अंजाम ये हुआ कि बीजेपी उम्मीदवार की जीत हो गयी।

 

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