Uttar Pradesh News, UP News ,Hindi News Portal ,यूपी की ताजा खबरें
Uttar Pradesh

सपा उतारेगी बदायूं सीट से लोकसभा 2019 के चुनाव हेतु इसे अपना उम्मीदवार

सपा उतारेगी बदायूं सीट से लोकसभा 2019 के चुनाव हेतु इसे अपना उम्मीदवार

लोकसभा चुनाव 2019 पश्चिमी उत्तर प्रदेश का बदायूं लोकसभा क्षेत्र समाजवादी के पार्टी का गढ़ है।  बीते चुनाव में मोदी लहर होने के बावजूद समाजवादी पार्टी यहां से बड़े अंतर से जीती, ऐसे में अब समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन के बाद भी भारतीय जनता पार्टी की जीत इतनी आसान नहीं दिख रही है। मुलायम सिंह यादव के भतीजे धर्मेंद्र यादव अपनी बदायू ससंदीय सीट से ही 2019 के लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी करने में लगे हुए हैं। धर्मेंद्र यादव के लिए बदायूं सीट काफी मजबूत मानी जाती है, क्योंकि बदायूं से सपा के सांसद धर्मेंद्र यादव के विकास कार्यों से जिले के ही तीन बीजेपी विधायक और एक एमएलसी काफी परेशान थे।

जानिए क्या है बदायूं लोकसभा सीट की राजनीतिक सफर

यूँ तो लोकसभा चुनाव के लिए हर सीट महत्वपूर्ण भी अहम है। करीब दो दशक में समाजवादी पार्टी का गढ़ बन चुकी बदायूं लोकसभा सीट पर शुरुआती दौर में कांग्रेस का मिला जुला असर था। शुरुआती दो चुनाव में यहां कांग्रेस के उम्मीदवार जीते, लेकिन 1962 और 1967 में यहां भारतीय जनसंघ ने चुनाव बड़े अंतर से जीता। अगर 1977 चुनाव को छोड़ दें तो कांग्रेस ने 1971, 1980 और 1984 का चुनाव इस सीट से जीता।  लेकिन इसके बाद कांग्रेस इस सीट पर कभी कांग्रेस वापसी नहीं कर पाई। 1989 का चुनाव जनता दल के खाते में गया और 1991 में भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट पर कब्जा जमाया।

जानिए पिछले परिणामो से बदायूं लोकसभा सीट का समीकरण

बदायूं लोकसभा सीट में यादव और मुस्लिम मतदाताओं का वर्चस्व है। यहां दोनों ही मतदाता करीब 15-15 फीसदी हैं। 2014 के आंकड़ों के अनुसार यहां करीब 18 लाख मतदाता हैं, इसमें 9.7 लाख पुरुष और 7.9 लाख महिला मतदाता हैं।

रिपोर्ट-  संजीत सिंह सनी

[penci_related_posts taxonomies=”undefined” title=”UP News” background=”” border=”” thumbright=”no” number=”6″ style=”grid” align=”none” displayby=”recent_posts” orderby=”random”]

Related posts

रवीना टंडन के ट्वीट को अखिलेश ने किया रीट्वीट, जताई चिंता

Shashank
6 years ago

सरोजनी के इस्तीफे पर जूही सिंह ने ‘ट्वीट’ कर बोला हमला!

Kamal Tiwari
7 years ago

इलाहाबाद: क्षमता से अधिक महिलाओं को दूसरे शरणालयों में किया जायेगा शिफ्ट

Shivani Awasthi
6 years ago
Exit mobile version