समाजवादी पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए तैयारी करना शुरू कर दिया है। इसके लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद पदाधिकारियों संग बैठक कर चुनावी रणनीति बनाने में लगे हुए हैं। साथ ही यूपी के सभी जिलों में सपा जिलाध्यक्ष अपनी टीम के साथ बैठक कर तैयारी कर रहे हैं। इसी क्रम में सपा की मासिक बैठक का आयोजन किया गया था मगर वहां अचानक ही लात-घूंसे चलने लगे जिसके बाद वह्गन हड़कंप मच गया।

सपा बैठक में चले लात-घूंसे :

मेरठ में जेल चुंगी स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय पर मासिक बैठक का आयोजन किया गया था। मगर इस बैठक में चुनाव की बातें होने की जगह लात-घूंसे चल लगे। इसके अलावा सपा जिलाअध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों के साथ धक्का-मुक्की भी की गयी। दरअसल बीते 5 सितंबर को समाजवादी पार्टी का जिला सम्मेलन जेल चुंगी स्थित पार्टी कार्यालय के पास आयोजित किया गया था। बताया जा रहा है कि कार्यक्रम में टेंट और साउंड की व्यवस्था पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता विजय पाल कश्यप ने कराई थी। इस कार्यक्रम के आयोजन में जिसमें 70 हजार रुपये खर्च हुए थे।

मगर उसके बाद अब तक उनका पूरा पेमेंट नहीं हो पाया है। सपा बैठक में विजयपाल कश्यप ने जिलाअध्यक्ष से कहा कि टेंट और साउंड का हजारों रुपया बकाया है जिस कारण टेंट संचालक उनसे पैसे मांग रहा है। इस बात पर जिला अध्यक्ष राजपाल सिंह उखड़ गए। सपा बैठक के बीच में भुगतान की बात पर उन्होंने नाराजगी जताई।

सपा जिलाध्यक्ष के साथ हुई धक्का-मुक्की :

जिले के कश्यप समाज के नेताओं ने सपा जिलाअध्यक्ष के बहिष्कार की घोषणा कर दी तो दोनो पक्षों में तीखी नोंकझोंक शुरू हो गयी। इसी दौरान सपा जिलाध्यक्ष के साथ धक्का मुक्की होने लगी। दोनो पक्षों के समर्थक आपस में भिड़ गए और इस दौरान जमकर लातघूंसे चलने लगे। इस पूरे मामले का कुछ लोगों ने वीडियो बनाना शुरू कर दिया। मामले पर सपा जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह ने कहा कि मासिक बैठक में हर कार्यकर्ता को शिकायत करने का अधिकार है। जिला सम्मेलन में टेंट और साउंड के 56 हजार रुपये का भुगतान कर दिया गया था।

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