खनन माफियाओं के साथ 50 हजार रुपये की डील करने के आरोप में राजधानी के बख्शी का तालाब (बीकेटी) थाना के सिपाही रवींद्र सिंह को एसएसपी दीपक कुमार ने निलंबित कर दिया है। पुलिस और खनन माफियाओं के बीच हुई बातचीत का कथित ऑडियो पिछले दिनों वायरल हुआ था। इसकी uttarpradesh.org ने खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। लीक हुए ऑडियो में थानेदार पत्रकारों को 20 हजार रुपये में मैनेज करने की बात कहते सुनाई दे रहे हैं। ये ऑडियो कब का है और किस-किस के बीच हुई बातचीत का है ये जांच का विषय है। आईजी रेंज लखनऊ जय नारायण सिंह ने बताया कि जांच में जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। अब देखने वाली बात ये होगी की खनन के कारोबार में लिप्त थानेदार व अन्य सिपाहियों के खिलाफ कब कार्रवाई की जायेगी। सूत्रों के मुताबिक, बीकेटी थाना प्रभारी आईजी के रिश्तेदार हैं। ओमवीर सिंह का रिश्तेदार विधानसभा सचिवालय में हैं। इसलिए मजबूत पकड़ होने के कारण ओमवीर सिंह के ऊपर कार्रवाई नहीं हो पा रही है।
पचास हजार रुपये में हो रही थी डील
- वायरल ऑडियो के मुताबिक, थाने में तैनात दबंग सिपाही रवींद्र सिंह बीकेटी क्षेत्र में खनन की पूरी डीलिंग करता है।
- आरोप है कि वह थानेदार, सीओ और एसडीएम को आगे करके खनन माफियाओं से मोटी रकम की वसूली करता है।
- सूत्रों का कहना है कि वसूली की ये रकम उच्च स्तर तक जाती है।
- बातचीत के कथित ऑडियो के अनुसार, खनन कारोबारी मनीष सिंह अनुभव सिंह से फोन पर थाना प्रभारी बीकेटी ओमवीर सिंह बातचीत कर रहे हैं।
- थानाध्यक्ष खनन माफियाओं के बजाय मुकदमा अज्ञात में दर्ज करने की बात कर रहे हैं।
- इस दौरान खनन माफिया थाना प्रभारी को बचाने के लिए फांसी लगाने तक की बात कहते सुनाई दे रहा है।
- इतना ही नहीं सिपाही रवींद्र सिंह फोन पर मामले को मैनेज करने के लिए 50 हजार रुपये की मांग करता सुनाई दे रहा है।
- आरोप है कि अवैध खनन के इस गोरखधंधे में थाने का सिपाही बांके बिहारी भी शामिल है।
- ऑडियो के अनुसार खनन कारोबारी 20 हजार रुपये होने की बात करता सुनाई दे रहा है।
योगी सरकार को बट्टा लगा रही पुलिस
- बता दें कि एक तरफ जहां योगी सरकार खनन माफियाओं पर शिकंजा कसने के दावे ठोंक रही है।
- वहीं भ्रष्ट पुलिस महकमें के कुछ पुलिसकर्मी योगी सरकार को बट्टा लगाने का काम कर रहे हैं।
- अब देखने वाली बात ये होगी कि क्या योगी सरकार इस गैंग में शामिल अन्य भ्रष्ट पुलिसवालों के खिलाफ कोई एक्शन ले पाती है या नहीं ये आने वाला वक्त बताएगा। इस पूरे मामले में जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है।