उत्तर प्रदेश पुलिस की आरक्षी नागरिक पुलिस एवं आरक्षी प्रादेशिक आर्म्ड कान्सटेबुलरी 2018 की प्रस्तावित आफ लाईन लिखित परीक्षा को नकल विहीन कराये जाने के दृष्टिगत अमिताभ यश, पुलिस महानिरीक्षक, एसटीएफ उप्र तथा अभिषेक सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ लखनऊ द्वारा एसटीएफ की विभिन्न इकाइयों/टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था, जिसके अनुपालन में श्याम कान्त, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ आगरा के नेतृत्व वाली एसटीएफ फील्ड इकाई, आगरा द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।

इसी क्रम में एसटीएफ की टीम ने पुलिस भर्ती परीक्षा में सम्मिलित होने वाले अभ्यर्थियो से आर्थिक लाभ प्राप्त करके अनुचित संसाधनो सहित परीक्षा की सुचिता को प्रभावित करने हेतु एकत्र हुये पेपर साल्वर गिरोह के सरगना सहित 6 सदस्य गिरफ्तार किया है। एसटीएफ फील्ड इकाई, आगरा द्वारा गिरफ्तार किये गये उपरोक्त समस्त अभियुक्तों के विरूद्व थाना खन्दौंली, आगरा पर मु.अ.सं. 678/2018 धारा-420 भादवि 66, 66ए आईटी एक्ट तथा 3/9 उप्र सार्वजनिक परीक्षा अनुचित साधनों का निवारण अधिनियम-1998 पंजीकृत कराया गया है। आगे की कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।

जानकारी के मुताबिक, एसटीएफ फील्ड यूनिट आगरा की टीम जनपद आगरा में प्रस्तावित आफ लाईन परीक्षा हेतु बनाये गये परीक्षा केन्द्रों पर सजग दृष्टि रखते हुये भ्रमणशील थी। दिनांक 25-10-2018 को मुखबिर से एसटीएफ0 फील्ड इकाई, आगरा की टीम को सूचना प्राप्त हुई कि कुछ लोग उप्र पुलिस की आरक्षी नागरिक पुलिस एवं आरक्षी प्रादेशिक आर्म्ड कान्सटेबुलरी 2018 परीक्षा में अभ्यर्थियो से आर्थिक लाभ प्राप्त करके उनको लाभ पहुचाने के उद्देश्य से थाना क्षेत्र खन्दौली में एकत्र हो रहे है। उक्त प्राप्त सूचना पर विश्वास करते हुये एसटीएफ फील्ड यूनिट आगरा की टीम पुलिस उपाधीक्षक श्याम कान्त, निरीक्षक हरीश वर्धन सिंह तथा उनि मुनेश बाबू आदि सहित थाना खन्दौंली, आगरा क्षेत्र में पहुॅचे तो मुखबिर द्वारा इशारा करके बताया कि सामने की ओर गाड़ियों में उक्त संदिग्ध व्यक्ति मौजूद है, जिस पर विश्वास करके टीम ने तत्काल ही रणनीति तैयार करके इन गाड़ियों को घेरा तथा आवश्यक बल का प्रयोग करते हुये अपनी व्यवसायिक दक्षता एवं कार्य कुशलता का उपयोग करके 6 संदिग्ध व्यक्तियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण[/penci_blockquote]
1- अरूण पुत्र गिर्राज किशोर सारस्वत निवासी केनरा बैंक के सामने खन्दौली आगरा। (प्रबन्धक बी0एल0 एज्यूकेशन इन्स्टीटियूट, खन्दौंली, आगरा)।
2- मोनू पुत्र किशन सिंह निवासी ग्राम कुरसन्ड़ा, थाना सादाबाद जनपद हाथरस।
3- चन्द्रवीर सिंह पुत्र राजेन्द्र सिंह निवासी ग्राम पड़ता नगला थाना इगलास, अलीगढ़।
4- राजू पुत्र रनवीर सिंह निवासी नगला हंसी, राजा का ताल, टूण्ड़ला फिरोजाबाद।
5- अजीत पुत्र गुरबचन सिंह निवासी दयाल सरन, सादाबाद, हाथरस।
6- कुलदीप पुत्र सुधीर निवासी चन्द्रा नगला, गैलाना रोड, आगरा।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]अभियुक्तों के पास से ये हुई बरामदगी[/penci_blockquote]
रू. 2,46,000/- नकद (अरूण पुत्र श्री गिर्राज किशोर सारस्वत से रू. 1,40,000, मोनू पुत्र किशन सिंह से रू. 20,000, चन्द्रवीर सिंह पुत्र राजेन्द्र सिंह से रू. 30,000, राजू पुत्र रनवीर सिंह से रू. 40,000, अजीत पुत्र गुरबचन सिंह से रू. 5,000 तथा कुलदीप पुत्र सुधीर सिंह से रू. 11,000/-), दो कार क्रमशः मारूति स्विफ्ट कार सफेद रंग नम्बर (यूपी-80 सीएल1030) तथा मारूति वेैगन आर कार सफेद रंग नम्बर (यूपी-80 सीए 8674), छह मोबाइल, दो सनद और 4 छायाप्रति आईडी प्रवेश पत्र फोटोयुक्त चस्पा बरामद हुए हैं।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]प्रति व्यक्ति दो लाख होती थी वसूलता था गैंग [/penci_blockquote]
अभियान में गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों ने पूछताछ के दौरान अवगत कराया कि हम सभी लोग बीएल एज्यूकेशन इन्स्टीटियूट, खन्दौली, आगरा के प्रबन्धक अरूण पुत्र गिरिराज किशोर सारस्वत निवासी केनरा बैंक के सामने खन्दौली आगरा के निर्देश एवं मार्गदर्शन में संगठित होकर इस आरक्षी नागरिक पुलिस एवं आरक्षी प्रादेशिक आर्म्ड कान्सटेबुलरी 2018 के परीक्षा केन्द्र बीएल एज्यूकेशन इन्स्टीटियूट, खन्दौली, आगरा में सम्मिलित होने वाले अभ्यर्थियों को अपने आर्थिक लाभ के उद्देश्य से परीक्षा में अनुचित साधनों का उपयोग करके सफल होने का प्रलोभन देकर इसके एवज में उनसे धनराशि तय करके जो प्रति व्यक्ति दो लाख होती थी जिसका एक बड़ा हिस्सा उनसे अग्रिम के रूप में प्राप्त भी किया गया है, जो बरामदगी में दर्शायी गयी रकम में सम्मलित है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]शौचालय जाने के दौरान पेपर छिपाकर लाने का करते थे प्रयास[/penci_blockquote]
गिरोह के गिरफ्तार किये गये सदस्यों में चन्द्रवीर सिंह पुत्र राजेन्द्र सिंह द्वारा अपने गिरोह की कार्य प्रणाली के विषय में अवगत कराया कि परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र को शौचालय जाने के बहाने छिपाकर लाने का प्रयास किया जाता है, जिसमें सफल होने पर गिरोह के अन्य सदस्य मोनू द्वारा अपने मोबाइल से प्रश्न पत्र की फोटो खींच ली जाती है। जिसको उनके गैंग के सक्रिय सदस्यों अजीत पुत्र गुरबचन सिंह निवासी दयाल सरन, सादाबाद, हाथरस, कुलदीप पुत्र सुधीर निवासी चन्द्रा नगला, गैलाना रोड, आगरा तथा राजू पुत्र रनवीर सिंह निवासी नगला हंसी, राजा का ताल, टूण्ड़ला फिरोजाबाद द्वारा हल करने मे साल्वर की भूमिका निभाई जाती है। उक्त समस्त कार्यवाही बीएल एज्यूकेशन इन्स्टीटियूट, खन्दौली, आगरा के प्रबन्धक अरूण पुत्र गिर्राज किशोर सारस्वत निवासी केनरा बैंक के सामने खन्दौली आगरा के निर्देशन में संचालित होती है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]एसटीएफ की सजगता से नहीं लीक हो पाया पेपर[/penci_blockquote]
संयुक्त पूछताछ के दौरान यह तथ्य भी सामने आया कि ये सभी लोग संगठित होकर आपसी सहमति से अनुचित साधनों का इस्तेमाल करके उक्त परीक्षा में बीएल एज्यूकेशन इन्स्टीटियूट, खन्दौली, आगरा परीक्षा केन्द्र में बैठने वाले अभ्यर्थियों को परीक्षा में पास कराने का प्रलोभन देकर धन इकठ्ठा करने का प्रयास कर रहे थे। परन्तु यह लोग पुलिस तंत्र की सजगता की वजह से अपने उद्देश्यों की पूर्ति करने में सफल नही हो सकें। यदि यह अपने उद्देश्यों मे सफल हो जाते हो उक्त कृत्य से एकत्रित होने वाली धनराशि का एक बड़ा हिस्सा अरूण पुत्र गिर्राज किशोर सारस्वत को प्राप्त होता। इस प्रकार एसटीएफ उप्र की सजगता की वजह से उक्त परीक्षा का पेपर लीक नहीं हो पाया।

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