उत्तर प्रदेश को बीते जमाने में अवध के नाम से भी जाना जाता था। जब यूपी की राजधानी लखनऊ में बेगम हजरत का राज था तभी से इसे अवध के नाम से जाना जाता है। मगर अब यही अवध कोरिया के शाही खानदान की शादी में शामिल होकर जश्न मनायेगा।

राजा सुरो और रानी हो के विवाह के दो हजार वर्ष हुए पूरे :

  • कोरिया के राजा सुरो और रानी हो के विवाह के दो हजार वर्ष पूरे होने का जश्न कोरिया में मनाया जाने वाला है।
  • इस दौरान होने वाले रंगारंग कार्यक्रमों में अवध की भी ख़ास भूमिका होगी।
  • महारानी हो के मायके का प्रतिनिधित्व करने के लिए यूपी संस्कृति विभाग का दल कोरिया रवाना हो चुका है।
  • यह दल पांच व छह नवंबर को वहां होने वाले समारोह में शिरकत करने वाला है।
  • इस दल में संस्कृति सचिव हरिओम के अलावा अयोध्या शोध संस्थान के निदेशक योगेंद्र प्रताप सिंह शामिल है।
  • अयोध्या के राजपरिवार के सदस्य तथा फैजाबाद, अयोध्या के अधिकारी तथा पर्यटन से जुड़े अधिकारी भी इस यात्रा पर हैं।

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  • दरअसल राजकुमारी हो एक नाव द्वारा अयोध्या से काफी लंबी यात्रा कर कोरिया पहुंची थीं।
  • वहां पहुँच कर उनका विवाह राजा सुरो के साथ हुआ था।
  • कोरिया में यह पहला अंतरराष्ट्रीय विवाह था इसीलिये इस विवाह के दो हजार वर्ष पूरे होने का जश्न मनाया जा रहा है।
  • इस महोत्सव का शुभारम्भ कोरिया के गिमहे और बुसान नगरों में होगा।
  • महोत्सव में रानी हो के अयोध्या से किमहे की राजधानी गया पहुंचने की पूरी कहानी बताई जाएगी।
  • साथ ही कई कलाकारों द्वारा उसका प्रदर्शन भी किया जाएगा।

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