सुलतानपुर। यूपी के सुल्तानपुर जनपद से दिल दहलाने वाली सनसनीखेज़ वारदात से मानवता को शर्मसार करने वाली कुछ तस्वींरें सामने आ गयी,जिसमें पुलिस अधीक्षक भी कुछ साफतौर पर बोलने से साफ इंकार करते नजर आए और मामले को जांच की आंच के तरफ मोड़ दिया।आखिरकार सरकार जब पीड़ितों की एफआईआर को प्राथमिकता के तौर पर मानती हो तो पुलिस प्राथमिकी दर्ज करने से पहले विवेचना का दामन क्यों पकड़ती नजर दिखने लगती है यह एक बड़ा यक्ष प्रश्न बनता नजर आ रहा है ।

ये था मामला, रैलवे ट्रैक पर मिली लाश।

ताजा मामला सुलतानपुर के कुड़वार थाना क्षेत्र के राजापुर के पास से जुड़ा बताया जा रहा है,जहां एक युवती का शव मसेतवा रेलवे ट्रैक के किनारे छत विछत रूप से पड़ा मिला सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए जांच पड़ता शुरू कर दी। घटनाक्रम के 12 घंटे बाद भी पुलिसिया तफ्तीश किसी नतीजे पर नहीं पहुंची।

परिजनों ने रेप कर हत्या का लगाया आरोप।

तथा दूसरी तरफ मृतका के भाई ने पुलिस के थ्यौरी पर सवालिया निशान खड़े करते हुए अपनी बहन के साथ रेप की घटना को अंजाम दे कर रेलवे ट्रैक पर फेकने का आरोप मढ़ दिया तो वहीं पुलिस छानबीन की बात करते हुए कुछ भी बोलने से कन्नी काटती नजर आने लगी। पुलिस को दी गयी तहरीर में लगे आरोपों की मानें तो मृतका से चित्ता का पुरवा निवासी अजय यादव मोबाइल से बात किया करता था,जो की मृतका की किसी गोपनीय चीजों को लेकर मिलने के लिए अक्सर ब्लैकमेल करते हुए धमकी दिया करता था।

तहरीर की मानें तो मृतका को 29 नवम्बर की शाम अजय ने बुलाया था जिसके बाद उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में लाश मिली,तहरीर में आरोपी को स्थानीय सपा विधायक अबरार अहमद का खास बताया गया है। तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस ने परिजनों के तहरीर पर अभी तक एफआईआर नहीं दर्ज की जिसको लेकर परिजनों ने अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज से मिल कर एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है ।

रिपोर्ट- ज्ञानेन्द्र तिवारी

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