एल-2 हास्पिटल:- सुलतानपुर में सिस्टम ने ले ली युवक की जान; दोषी कर्मचारियों के बचाव में दिखी पुलिस ।

सुलतानपुर

दूर के ढोल सुहाने होते हैं! ये कहावत सुलतानपुर में चरित्रार्थ होती नजर आ रही है । करीब जाने पर असलियत का पता चल ही जाता है। कुछ यही हाल है दूर से चमकने वालेे सुलतानपुर जिले का। कोरोना काल की दूसरी लहर ने यहां के पूरे सिस्टम से पर्दा उठाकर रख दिया है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री भारत सरकार मेनका गांधी यहां की लोकसभा सांसद हैं, सूबे के स्वास्थ्य मंत्री जेपी सिंह यहां के प्रभारी मंत्री। लेकिन ऐसे दिग्गजों के क्षेत्र में बने एल-2 हास्पिटल में सिस्टम के ध्वस्त होने से लोग तड़प कर मर जा रहे हैं ।

शुक्रवार रात का मामला…

ताजा तस्वीरें काशीराम आवासीय कालोनी से ट्रामा सेंटर की है। शुक्रवार रात यहां हंगामा हुआ। कुछ देर बाद बड़ी संख्या में खाकी वर्दी वाले भी पहुंच गए। हंगामा करने वाले कोई अराजकतत्व नहीं थे, ये उस परिवार के सदस्य थे जिनका जवान लाल सिस्टम की घोर लापरवाही की भेंट चढ़कर मौत की नींद सो गया। जवान बेटे, जवान भाई की लापरवाही के चलते इस तरह तड़प-तड़प की हुई मौत पर इनका उत्तेजित होना लाजिम था। लेकिन खाकी संवेदना भूल कर लापरवाहों के बचाव में दिखी। दर्जनों की संख्या में दरोगा और सिपाहियों ने पल भर में रोते-बिलखते परिवार को घुड़की देकर चुप करा डाला।

कोतवाली नगर के मेजरगंज मोहल्ले का निवासी था मृतक…

दरअस्ल, कोतवाली नगर के नेशनल सिनेमा रोड मेजरगंज मोहल्ले के निवासी धुव्र अग्रहरि (45) पुत्र गोविंद अग्रहरि कोरोना संक्रमित थे। पिछले कई दिनों से उनका इलाज अमहट स्थित ट्रामा सेंटर में बने एल-2 हास्पिटल में चल रहा था। मृतक धुव्र के भाई रवि ने बताया कि हास्पिटल में स्टाफ सही समय पर न तो ट्रीटमेंट दे रहा था, न आक्सीजन इत्यादि। उसने बाहर से इंजेक्शन मंगाकर लगाने की बात भी कही। आरोप है कि शुक्रवार रात उसके भाई का स्वास्थ्य अचानक बिगड़ गया। आरोप के अनुसार, कई बार स्टाफ से चलकर देखने के लिए परिवार वालों ने हाथ तक जोड़े लेकिन किसी ने एक न सुनी। जब जान पर बन आई तब स्टाफ आया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। रवि का आरोप है कि जिंदगी में हम लोग इंजेक्शन लगाने के लिए मिन्नतें करते रहे नहीं लगाया, हां जब वो चल बसे तब इंजेक्शन लाकर लगा रहे थे।

 

एल-2 हास्पिटल से सटी काशीराम कालोनी में नहीं हुआ सेनेटाइजेशन…

इस बेदर्दी से मौत के बाद परिवार वालों ने हंगामा काटना शुरू कर दिया, तो लापरवाह स्टाफ वालों ने अपनी जान बचाने के लिए तत्काल पुलिस बुला लिया। पुलिस के आने के बाद भी परिजन हंगामा करते रहे और सिस्टम को कोसते रहे। उधर काशीराम कालोनी से सटकर बने एल-2 हास्पिटल से कालोनी में संक्रामण बढ़ने का खतरा अधिक है। हजारों लोग यहां निवास करते हैं। पूछने पर लोगों ने बताया कि आजतक कालोनी में सेनेटाइजेशन नहीं कराया गया है।

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