सुलतानपुर जिले में हाल ही में घटित नरेश माहेश्वरी आत्महत्या [ Naresh Maheshwari Suicide ] मामला स्थानीय स्वर्ण व्यापारियों के बीच गहरे अवैध संबंधों और अंडरवर्ल्ड नेटवर्क की ओर संकेत करता है। सूत्रों के अनुसार, जिले के प्रतिष्ठित स्वर्ण व्यापारी सुधीर उर्फ़ दास ज्वैलर्स और उनके सहयोगी टीक्कू टोपी ने नजूल जमीनों पर अवैध कब्जे और मासूम लोगों के शोषण का एक जाल बिछा रखा था।

दास ज्वैलर्स और टीक्कू टोपी का अवैध नेटवर्क
सूत्रों के मुताबिक, दास ज्वैलर्स के इशारे पर टीक्कू टोपी का नेटवर्क सक्रिय होता था। यह नेटवर्क नजूल जमीनों पर अवैध निर्माण और बिल्डर एग्रीमेंट के नाम पर मासूम लोगों का दोहन करता था। घंटाघर चौकी क्षेत्र में यह अंडरवर्ल्ड नेटवर्क चौकी इंचार्ज को मैनेज कर बदस्तूर निर्माण कार्य करवाता रहा।
आयकर विभाग की जांच की मांग
सूत्रों का कहना है कि यदि आयकर विभाग दास ज्वैलर्स की जांच करे तो उनकी अवैध अकूत संपत्ति का भांडाफोड़ हो सकता है। उनके और टीक्कू टोपी के फोन कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स (सीडीआर) की जांच से कई राज़ उजागर हो सकते हैं।
नरेश माहेश्वरी आत्महत्या की जांच पर नजरें [ Naresh Maheshwari Suicide ]
पुलिस कप्तान कुंवर अनुपम सिंह की कार्यवाही पर जनपदवासियों की नजर है। कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज किया गया है, लेकिन नेटवर्क ऑपरेटरों पर कार्यवाही के नाम पर केवल औपचारिकताएँ पूरी की जा रही हैं।
” दिनांक 04.03.2025 को प्रातः सूचना प्राप्त हुई कि नरेश माहेश्वरी पुत्र श्रीमती चंचल माहेश्वरी का शव लोको कॉलोनी रेलवे ट्रैक के पास मिला है। इस संबंध में रेलवे पुलिस द्वारा थाना कोतवाली नगर को सूचना दी गई। इसके उपरांत थाना कोतवाली नगर पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर आवश्यक कार्रवाई की गई।
जांच के दौरान मृतक के पास से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ, जिसमें उन्होंने अपनी आत्महत्या के लिए रोहित , विक्रम सोनी, पंकज को जिम्मेदार ठहराया।
मृतक की पत्नी द्वारा दिए गए बयान के अनुसार:
“मेरे छोटे जेठ गगनदीप ने मेरे पति को लगातार प्रताड़ित किया। इसके अलावा, रोहित , विक्रम सोनी और पंकज द्वारा उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था। मेरे पति ने हमें और परिवार के अन्य सदस्यों को बताया था कि रोहित द्वारा बार-बार धमकाया जा रहा था और जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। इसके अलावा, हमारे परिवार को भी परेशान किया जा रहा था।
मेरे जेठ गगनदीप ने इस मामले को लेकर नोटिस भेजा था, जिसके बाद से मेरे पति अत्यधिक तनाव में थे। मेरे पति की आत्महत्या का मुख्य कारण रोहित स्टेक, विक्रम सोनी, पंकज और मेरे दोनों जेठों के दावों से उत्पन्न मानसिक उत्पीड़न था। ये सभी लोग मेरे पति पर लगातार दबाव बना रहे थे, जिससे वह मानसिक रूप से टूट गए और आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो गए।
मैं माननीय प्रशासन से निवेदन करती हूं कि इस मामले में उचित जांच कर संबंधित दोषियों के विरुद्ध आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाए।”
नरेश माहेश्वरी आत्महत्या मामला सुलतानपुर के स्वर्ण व्यापारियों के बीच फैले अवैध अंडरवर्ल्ड नेटवर्क की ओर इशारा करता है। इस मामले की गहन जांच और दोषियों पर सख्त कार्यवाही से ही न्याय संभव है। जनपदवासियों को पुलिस प्रशासन से निष्पक्ष और प्रभावी कार्यवाही की उम्मीद है।