रेल हादसों से चौतरफा फजीहत झेल रहे रेल मंत्रालय (suresh prabhu) के लिए बुधवार को संकट और गहरा गया. आलम यह है कि दोपहर 12 बजे के करीब रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एके मित्तल ने हादसे की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था. वहीं, सोशल मीडिया पर सुबह ट्रोल का शिकार होने के बाद केंद्रीय रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट कर यह जानकारी दी कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं. हालांकि, मोदी ने प्रभु को अभी इंतजार करने को कहा है…
ट्वीट कर अपना दर्द बयां किया प्रभु ने
- दरअसल, सुरेश प्रभु ने अपने पांच ट्वीट में यह जानकारी दी है कि वे प्रधानमंत्री मोदी से मिलकर अपने इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं.
- उन्होंने यह भी कहा है कि जबसे वे रेलमंत्री बने हैं तबसे वे रेल मंत्रालय को अपने खून-पसीने से सींचकर चलाने का प्रयास कर रहे हैं.
- साथ ही, उन्होंने रेलयात्राओं में हादसों का शिकार हो रहे यात्रियों के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपना दर्द भी ट्वीट के जरिए बयां किया है.
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन पहले ही दे चुके इस्तीफा (suresh prabhu)
- बता दें कि रेल हादसों की जिम्मेदारी लेते हुए रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एके मित्तल ने बुधवार को केंद्रीय रेलमंत्री सुरेश प्रभु को अपना इस्तीफा सौंप दिया था.
- मित्तल का इस्तीफा तब सामने आया है जब चार दिन के भीतर ही यूपी के दो जनपदों मुजफ्फरनगर व औरैया में दो बड़े रेल हादसे हुए हैं.
- दरअसल, बीते 19 अगस्त को मुजफ्फरनगर के खतौली क्षेत्र में पुरी से हरिद्वार को जा रही उत्कल एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी.
- इस हादसे में 24 लोगों की मौत हुई थी जबकि बड़ी संख्या में घायल हुए थे.
- इस बीच तमाम आरोपों से जूझ रहे रेल मंत्रालय के लिए दिक्कत तब और बढ़ गई जब बुधवार को तड़के ही औरैया में कैफियत एक्सप्रेस भी दुर्घटना की शिकार हो गई.
- इसके बाद चौतरफा रेल मंत्रालय और उसके कामकाज के तरीके को लेकर सवालों की झड़ी लग गई.
- ऐसे में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एके मित्तल का इस्तीफा इस बात को उजागर करता है कि रेलयात्राओं में हो रहे हादसों के लिए अब जिम्मेदारों की चिंता की लकीरें गहराने लगी हैं.
- एके मित्तल ने मीडिया के बढ़ते सवालों के बाद बुधवार को करीब 12 बजे केंद्रीय रेलमंत्री सुरेश प्रभु को अपना इस्तीफा सौंप दिया है.