राजधानी लखनऊ में संदिग्ध आईएसआईएस आतंकी सैफुल्ला को 13 तक चले एनकाउंटर में मार गिराया गया। जब उसके शव को पुलिस ने कानपुर में रहने वाले पिता सरताज को सौंपा तो उन्होंने इसे लेने से इंकार कर दिया।

जिसको गोद में खिलाया उसने की देश से गद्दारी

  • बता दें कि मंगलवार को आतंकी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने की सूचना पर एटीएस की टीम ने घराबंदी करके उसे हाजी कॉलोनी में घेर लिया।
  • इस दौरान जब ऑपरेशन में लगी टीम ने उससे आत्मसमर्पण करने की बात कही तो उसने इससे मना कर दिया।

  • इसके संदिग्ध ने एटीएस की टीम पर फायरिंग कर दी।
  • इसके बाद जबाबी कार्रवाई के के दौरान 23 घंटे की मुठभेड़ के दौरान उसे टीम ने मार गिराया।
  • इसके बाद एनकाउंटर समाप्त हो गया।
  • बुधवार सुबह जब पोस्टमार्टम के बाद पुलिस टीम ने उसके घरवालों से शव लेने के लिए संपर्क किया तो संदिग्ध के पिता सरताज ने इसे लेने से मना कर दिया।
  • एक पिता ने कहा कि जिस बेटे को गोद में खिलाकर इतना बड़ा किया उसने अपने देश के साथ ही गद्दारी कर दी।

  • उन्हें इस बात की खबर भी नहीं लगी वह तो पढ़ाई करने की बात बताकर लखनऊ में रह रहा था।
  • पिता ने कहा कि उनके बेटे ने जो किया वह बहुत ही अफसोसजनक है।

  • वहीं सैफुल्ला के चाचा ने कहा कि उनके भी तीन बेटों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
  • उन्होंने बताया कि सैफुल्ला एक पांच बार नमाज पढ़ता था।
  • उसकी मौत के बाद सभी रिश्तेदार भी हैरान होकर कर रहे हैं कि सैफुल्ला ऐसा कर सकता है ऐसा कभी उन्होंने सोचा नहीं था।
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