प्रदेश की योगी सरकार व देश की मोदी सरकार सफाई अभियान चलाकर गांवो को स्वच्छ बनाने का सपना देख रही है. मगर उसके उलट सरकार के मंसूबों पर पानी फेरते उन्हीं के अधिकारी नजर आ रहे हैं.

अधिकारी ही फेर रहे सरकार के मंसूबों पर पानी

मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी की तहसील हैदरगढ़ का है, जहाँ तहसील इमारत के द्वितीय तल पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है.

तहसील प्रशासन ने तो जैसे इस गंदगी के सामने आँखे ही मूँद रही है, जिसके कारण वे कोई ठोस कदम उठाने तक की जहमत नहीं कर रहा.

पान मसाले की पीक से दीवारों पर चित्रकारी:

तहसील परिसर में जगह-जगह पान मसाला के दाग दीवार के कोनों पर इस कदर पड़े हुए हैं, जैसे किसी ने चित्रकारी की हो. वहीं द्वितीय तल पर कोनों में चाय के ग्लास, पाउच, पान मसालों के काफी रैपर्स का ढेर लगा हुआ है.

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तस्वीरों में आप साफ देख सकते हैं कि किस कदर गंदगी का ढेर लगा है. फिर भी जिम्मेदार लोग किसी प्रकार की कोई कार्रवाई  नहीं करते हैं.

तहसील परिसर बना गंजेड़ियों का अड्डा-:

इतना ही नहीं जिले के हैदरगढ़ तहसील कार्यालय के पीछे कुछ गांजा पीने वाले इकट्ठा होते है और वहीं गांजा पीते देखें जाटे हैं. बावजूद इसके स्थानीय प्रशासन तो इन सब बातों से बेखबर हैं।

सफाई पखवाड़ा बना मजाक:

प्रदेश की योगी सरकार लगातार साफ सफाई पर जोर दे रही है. सफाई अभियान के तहत हर जिम्मेदार अधिकारी को सफाई पखवाड़ा में विशेष तौर पर साफ सफाई पर बल देने का आहवान प्रदेश सरकार ने किया है.

swachh-bharat-mission fail due to government employees dirty Tehsil office

मगर सरकार के जिम्मेदार अधिकारी सफाई अभियान के पखवाड़े को पलीता लगाते हुए नजर आते हैं. सरकार के मंसूबों पर पानी फेरने का काम उन्हीं के जिम्मेदार बखूबी कर रहे हैं.

इस तरह कैसे पूरा होगा स्वच्छ भारत का सपना ?

अधिकारियों के कार्यशैली की पोल खोलती इन तस्वीरों में साफ़ दिखाई पड़ रहा है कि अधिकारी किसी प्रकार और कितना अपनी जिम्मेदारी को लेकर गम्भीर हैं.

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अगर ऐसे ही कार्य होता रहा तो स्वच्छ भारत का सपना सिर्फ सपना ही रह जाएगा क्योंकि अगर जिम्मेदार अधिकारी अपना ही कार्यालय स्थल साफ नहीं रख पाएंगे तो जाहिर सी बात है कि किसी और से इसकी अपेक्षा करना भी व्यर्थ होगा.

बावजूद इसके अगर उनमें इस अभियान की जिम्मेदारी उठाने की क्षमता नहीं है तो इससे साफ़ प्रतीत होता है कि सरकार का स्वच्छता अभियान सिर्फ मजाक है न की किसी गंभीर समस्या का समाधान.

बोले जिम्मेदार:

वहीं इस गंदगी के बारे में तहसीलदार हैदरगढ़ चन्दभानु राम ने सफाई देते हुए बताया कि तहसील में सफाई कर्मी नियुक्त हैं।

उन्होंने कहा कि सफाई कर्मी रोजाना सुबह आते हैं और सफाई करते हैं,लेकिन कार्यालय में आने आने वालों के कारण गंदगी हो आती हैं.

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