हाथरस जिले के टीबी अस्पताल में मानवता को शर्मशार करने वाला वाला नजारा सामने आया है। टीबी अस्पताल में भर्ती मरीज की मौत हो जाने के बाद डॉक्टरों ने शव वाहन नही दिया। शव को अपने हाथो में लेकर पीड़ित घूमता रहा। बता दें कि डॉक्टरों की लापरवाही से टीबी अस्पताल में हफ्ते भर में दूसरी मौत हो गयी। जिले के टीवी अस्पताल में भर्ती मरीजो का इलाज करने के लिए कोई डॉक्टर अस्पताल में मौजूद नहीं हैं। अस्पताल में भर्ती मरीज डॉक्टरों के नहीं बल्कि भगवन के भरोसे हैं। 

इलाज न मिलने से भाग रहे मरीज:

टीवी अस्पताल के वार्डबॉय, स्टापनर्स, डॉक्टर की बड़ी लापरवाही सामने आयी है. अस्पताल में स्टापनर्स और डॉक्टरों के रूम में ताला लगा रहता है. डॉक्टरों की लापरवाही से अब तो दो टीबी के मरीजों की मौत हो गयी.
जिसके बाद इलाज के लिए अस्पताल आने वाले मरीज मौत के डर से अस्पताल से भाग रहे हैं। बता दें कि दोपहर 2 बजे के बाद अस्पताल को चौकीदार चलाता है. जिला टीबी अस्पताल के CMS/ACMO विजेंद्र सिंह ही शासन की मंशा पर पलीता लगा रहे हैं.

क्या हैं मामला:

बता दे हाथरस जनपद के जिला अस्पताल में स्थित टीबी अस्पताल में 5 जून को गिरीश नाम के एक मरीज को भर्ती किया गया था जिसकी इलाज न मिलने की वजह से मौत हो गयी। मरीज की मौत होने के टीबी अस्पताल में डॉक्टरों की संवेदनहीनता का मामला सामने आया है.
वहीं इन दिनों जिले के टीवी अस्पताल में भर्ती मरीजो को डॉक्टरों ने भगवन भरोसे छोड़ दिया। मरीजो के परिजन ही उनकी देखभाल कर रहे है।
टीवी अस्पताल में डॉक्टर ही नहीं रहते जिसकी बजह से टीवी अस्पताल में भर्ती मरीज एक के बाद एक इलाज न मिलने की वजह से दम तोड़ रहे है।
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का ये कोई पहला मामला नही हैं. हाथरस के जिला अस्पताल में ऐसे मामले आये दिन सामने आते रहते है लेकिन आज तक किसी भी अधिकारी पर कोई भी विभागीय कार्यवाही नही हुई है।
जिसकी वजह से धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर हाथरस जिला अस्पताल में मरीजो को जिंदगी देने की जगह उनकी जान लेने का काम कर रहे है। अब देखना यह है की इन हत्यारे डॉक्टरों पर कब होगी कार्यवाही।

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