उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले की पुलिस ने ग्रामीण इलाकों में स्थित प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाने वाली शिक्षिकाओं को निशाना बनाकर लूट करने वाले गैंग का खुलासा करते हुए 3 लुटेरों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। पुलिस टीम ने इन लुटेरों के पास से भारी मात्रा में लूट का सामान बरामद किया है। लुटेरों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को पुलिस अधीक्षक अमेठी ने 5000 रुपये का नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।

यह है घटनाक्रम

  • पुलिस अधीक्षक अमेठी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि पिछली 27 दिसंबर 2016 को मुसाफिरखाना थाना क्षेत्र के ग्राम चकबेहर स्कूल की अध्यापिका से मारपीट कर सोने की चेन व मोबाइल लूट कर अज्ञात लुटेरे फरार हो गए थे।
  • इस सम्बंध में थाना संग्रामपुर में मुकदमा दर्ज कराया गया था।
  • इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी के कुशल निर्देशन में पुलिस टीम ने तीन अभियुक्तों अनिरूद्व सिंह निवासी पूरे बाछिल पुन्नूपुर संग्रामपुर, विपिन सिंह निवासी शीतलाबक्स का पुरवा संग्रामपुर, मोहित सिंह निवासी अजीत नगर सदर मोड़ कोतवाली को गिरफ्तार किया गया।
  • पकड़े गए आरोपितों में अनिरूद्व सिंह के पास से लूट का 13000 हजार रुपये, एक 315 बोर तमंचा, दो कारतूस, घटना में प्रयुक्त एक बाईक, एक मोबाइल फोन।
  • विपिन सिंह के पास से लूट का 18000 रुपये,एक 315 बोर तमंचा, दो कारतूस और एक मोबाइल फोन।
  • वहीं मोहित सिंह के पास से लूट का 11000 रुपए, एक मोबाइल फोन (कुल 42000 रूपये) बरामद हुआ है।
  • पकड़े गए आरोपित रैकी करके ग्रामीण इलाकों में अध्यापिकाओं को निशाना बनाकर घूम-घूम के पूरे जिले में लूट की घटनाओं को अंजाम देते थे।

अध्यापिकाएं पहनती हैं जेवर

  • आरोपितों ने बताया कि स्कूल की टीचर ज्यादातर अकेली रहती है और स्कूल सुनसान स्थान पर रहता है।
  • अधिकतर स्कूल की मस्टराइन सोने के जेवर पहनती है, जिन्हे लूटने में हम लोगों बहुत आसानी रहती है।
  • इसी कारण स्कूलों की मस्टराइन को ज्यादा टारगेट करते हैं।
  • इतना ही नहीं यह लुटेरे सूनसान इलाके में तमंचा दिखाकर लोगों के गले की चेन, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, रायबरेली, अमेठी, इलाहाबाद में भी लोगों को निशाना बनाते थे।
  • पकड़े गए आरोपितों के खिलाफ कई थानों में दर्जनों मुकदमें दर्ज हैं।
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