वैसे तो भारत की शिक्षा व्यवस्था को हमेशा ही हीन समझा जाता है और यहाँ के शिक्षकों का आये दिन मज़ाक बनाया जाता है परंतु भारत के एक शिक्षण ने भारत बाहर देश का नाम रौशन किया है।

ढाका विश्वविद्यालय में किया गया सम्मानित :

  • हाल ही में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के पर्यटन एवं होटल प्रबंधन संस्थान के एक शिक्षक को देश के बाहार सम्मान मिला।
  • प्रो सुनील कुमार काबिया को ढाका विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एएमएस सिद्दीकि द्वारा सम्मानित किया गया।
  • प्रो.काबिया को पर्यटन शोध एवं अनुसंधान पर विशेष व्याख्यान एवं पर्यटन की रिसर्च डिग्री कमेटी की अध्यक्षता करने हेतु आमंत्रित। किया गया था।
  • इस अवसर पर प्रो.काबिया ने कहा कि इससे दोनों देशों में पर्यटन, व्यापार एवं उच्च शिक्षा की अपार संभावनायें हैं।
  • आपको बता दें कि भारत में अमेरिका और बंगलादेश से सबसे ज्यादा सैलानी आते हैं।
  • गौरतलब है कि वर्ष 2015 में भारत में आने वाले विदेशी पर्यटकों में अधिकतम संख्या बंगलादेशियों की रही।
  • यह आंकड़ा ग्यारह लाख के ऊपर है, जो कि सम्पूर्ण पर्यटकों का 15 प्रतिशत है।
  • इस दौरान प्रो. ने उम्मीद जताई कि भारत एवं बंगलादेश के मधुर सम्बन्धों में और प्रगाढ़ता आयेगी।
  • इसके साथ हे दोनों देश आपसी तालमेल एवं भाईचारे से विश्व पटल पर एक नई मिसाल कायम करेंगे।
  • इस दौरान ढाका विश्वविद्यालय के पर्यटन प्रबन्धन संस्थान के अध्यक्ष प्रो सैय्यद राशिद उल हसन ने एक बयान दिया।
  • अपने इस बयान में उन्होंने प्रो काबिया द्वारा पर्यटन शिक्षा में दिये गये योगदान को सराहा।
  • वहीं इस्लामिक बैंक बंगलादेश के चेयरमैन सैय्यद असनुल आलम ने उन्हें फिर से बंगलादेश आने का आमंत्रन दिया है।
  • इस अवसर पर दोनों देशों की सीमा, परम्परागत प्रथायें, संस्कृति व आकांक्षा की तुलना की गयी जो कि समान हैं।
  • दक्षिण एशिया के देशों में क्रिकेट, बॉलीवुड की फिल्में एवं संस्कार विशेष तौर पर चर्चा का विषय होते हैं।
  • बंगलादेशियों में हिंदुस्तानी सिने कलाकारों के साथ ही क्रिकेट खिलाड़ियों का खासा क्रेज रहता है।
  • यहां क्रिकेट के खिलाड़ी जैसे सचिन, धोनी एवं सौरभ गांगुली के काफी प्रसंशक हैं।

 

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