राजधानी के कैसरबाग थाना क्षेत्र से पिछले माह अपहरण किये गए प्रापर्टी डीलर की बदमाशों ने हत्याकर शव फिरोजाबाद के मटसेना में फेंका था। इस घटना के खुलासे के लिए लखनऊ पुलिस एवं क्राइमब्रांच को लगाया गया था। इस मामले में पुलिस दो महीने से खाक छान रही थी लेकिन कोई सुराग नहीं लग पा रहा था। पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़कर इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए सीआरपीएफ के जवान को उसके तीन साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से अपहरण में प्रयुक्त कार, मृतक की मोटरसाइकिल, घड़ी व जूते भी बरामद करने का दावा किया है। पुलिस अभियुक्तों के खिलाफ आगे की विधिक कार्रवाई कर रही है।

lucknow police goodwork

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लखनऊ दीपक कुमार ने बताया कि 17 फरवरी 2018 को प्रापर्टी डीलर कमलेश (45) का अपहरण हुआ था। 22 फरवरी को परिवारीजनों ने कुछ लोगों पर आशका जताते हुए कैसरबाग थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उधर, हत्यारों ने अपहरण के बाद 28 फरवरी को कमलेश की हत्याकर शव फिरोजाबाद के मटसेना क्षेत्र में सड़क किनारे फेंका था। शव की शिनाख्त न हो पाने के कारण पुलिस ने अज्ञात में पोस्टमार्टम करा कर अंतिम संस्कार करा दिया था। मामले की पड़ताल में जुटी कैसरबाग पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले।

इसके आधार पर पुलिस पिछली 12 अप्रैल को फिरोजाबाद पहुंची। यहां कपड़ों के आधार पर शिनाख्त की गई। पुलिस ने कई संदिग्धों को हिरासत में ले लिया। पुलिस को पता चला कि वारदात में कमलेश के करीबी ही शामिल थे। पुलिस हत्याकाड की गुत्थी सुलझाने के लिए प्रापर्टी और लेनदेन के विवाद की दिशा में पड़ताल कर रही थी। पुलिस के मुताबिक, प्रापर्टी डीलिंग का काम करने वाले कमलेश पुत्र मदन यहां सरोजनीनगर की चिल्लावा बाजार के रहने वाले थे। सर्विलांस की मदद से कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस के हाथ हत्यारों की गर्दन तक पहुँच गए।

एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कमलेश को जमीन दिखाने के बहाने अपने साथ लेकर गए थे। रास्ते में उसे शराब पिलाई और फिर कार में बंधक बना लिया था। इसके बाद सीने में तीन गोलिया मारकर उसकी हत्या की और शव फिरोजाबाद में मटसेना क्षेत्र में एक्सप्रेस वे पर सड़क किनारे फेंक दिया था। पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि लेन-देन के विवाद में कमलेश की हत्या की गई थी।

इंस्पेक्टर कैसरबाग डीके उपाध्याय ने बताया कि कमलेश ने कई लोगों से जमीन के लाखों रुपये ले लिए थे और रजिस्ट्री नहीं करा रहा था। इस कारण कई लोगों से विवाद चल रहा था। कमलेश के खिलाफ सरोजनीनगर थाने में धोखाधड़ी के कई मुकदमें भी दर्ज हैं। पुलिस ने इस इस हत्याकांड में तीन अभियुक्तों में झारखंड में सीआरपीएफ में सिपाही के पद पर तैनात सरोजनीनगर के नटकुर गांव निवासी मनोज कुमार यादव, उन्नाव जिले के असोहा क्षेत्र निवासी कौशल किशोर यादव व अमेठी निवासी राहुल सिंह को गिरफ्तार कर किया है।  गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया। वहीं एसएसपी दीपक कुमार ने गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम की प्रशंसा की है।

ये भी पढ़ें- बलात्कार का आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर गिरफ्तार

ये भी पढ़ें- अपराधी को फोन पर बताकर फर्जी एनकाउंटर करती है पुलिस: ऑडियो सुने

ये भी पढ़ें-  पूरा देश मना रहा डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर 127वीं जयंती

ये भी पढ़ें- श्रावस्ती: किशोरी से गैंगरेप कर बनाया वीडियो, वायरल करने की धमकी

ये भी पढ़ें- बिना महिला सदस्य के 10 सदस्यों की सीबीआई टीम उन्नाव पहुंची

ये भी पढ़ें- सीतापुर में महिला से चार युवकों ने किया गैंगरेप

ये भी पढ़ें- रेप पीड़िता ने पूरे परिवार के साथ मुख्यमंत्री आवास के बाहर किया आत्मदाह का प्रयास

ये भी पढ़ें-  सपा कार्यकर्ताओं की गुंडई: युवक को पार्टी कार्यालय के पास बुरी तरह पीटा

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें