कानपुरवातावरण में तेजी से बढ़ रहे स्मॉग (धुंध) से चिड़ियाघर के वन्यजीवों की सेहत पर खतरा मंडरा रहा है। प्रशासनिक अफसरों व चिकित्सकों का कहना है कि चिड़ियाघरों में बिल्ली, बाघ व शेर सबसे ज्यादा संवेदनशील हैं।

  • वन्यजीव स्वस्थ रहें, इसके लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।
  • बीते मंगलवार से शहर में सुबह से ही धुंध छा रही है।
  • मौसम वैज्ञानिक अगले चार से पांच दिनों तक धुंध रहने की संभावना जता रहे हैं।
  • ऐसे में वन्यजीवों की सेहत प्रभावित हो सकती है।

चिड़ियाघरों में बिल्ली, बाघ और शेर को सांस लेने हो रही दिक्कत

  • कानपुर प्राणिउद्यान के निदेशक दीपक कुमार ने बताया कि वैसे तो पूरे प्राणिउद्यान के 70-80 फीसद भाग पर घना जंगल है, जिसके चलते ज्यादा असर नहीं पड़ता।
  • मगर एहतियात के तौर पर बिल्ली, बाघ और शेर के बाड़ों के ऊपर से चटाई डलवाई गई हैं।
  • साथ ही बाड़े के चारों ओर मोटी चादर लगा दी गई हैं।
  • स्मॉग से वन्यजीवों को सांस लेने में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए चिकित्सक सुबह-शाम उनकी देखरेख कर रहे हैं।
  • स्मॉग से तमाम प्रजातियों के पक्षियों के भी बीमार होने का खतरा है।
  • उन्हें सेहतमंद रखने के लिए बाड़ों में मोटी चादरें लगा दी गई हैं। (चिड़ियाघरों में बिल्ली)
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