शीतलहर की छुट्टी घोषित होने के बाद भी नियमों को ताक पर रखकर स्कूल खुलने से 22 बच्चे मौत के मुंह में समा गए। आखिर इन बच्चों की मौत का जिम्मेदार कौन है? यह सवाल सभी के जुबान पर है। मासूमों की मौत की खबर मिलते ही उनके घरों में कोहराम मच गया है। हलाकि अधिकारी मौके पर घटना की पड़ताल करने में जुटे हैं।

यह है घटनाक्रम

  • जिलाधिकारियों ने शीतलहर की छुट्टी कर 20 जनवरी तक घोषित की है।
  • क्योकि यूपी भर में शीत लहर का प्रकोप जारी है।
  • फिरभी कुछ स्कूल अपनी मनमानी करके स्कूल खोल रहे हैं।
  • इसका खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ा।
  • एटा जिले के अलीगंज थाना क्षेत्र के असदपुर गांव के पर गुरुवार सुबह करीब 60 बच्चों को लेकर स्कूल जा रही जेएस पब्लिक स्कूल की बस एक ट्रक से टकरा गई।
  • टक्कर इतनी भयंकर थी कि बस में बैठे 22 बच्चों की मौत हो गई।
  • जबकि 35 से अधिक बच्‍चे जख्मी हो गए।
  • हादसे के वक्त चीख -पुकार मची तो राहगीर दौड़े और पुलिस को इसकी सूचना दी।
  • वहीं ट्रक गहरी खाई में जा गिरा, हादसे के वक्त हजारों लोगों की भीड़ मौके पर इकठ्ठा हो गई।
  • हादसे की खबर मिलते ही मौके पर जिलाधिकारी, कप्तान सहित कई थानों की पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन करके बस में फंसे बच्चों के शवों को निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

  • मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है। सभी घायल बच्चों को निकट के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
  • वहीं अपने नौनिहालों की मौत की खबर मिलते ही बच्चों के घरों में कोहराम मचा हुआ है।
  • प्रशासन ने छुट्टी के आदेशों को धता बताने वाले स्कूल प्रबंधन के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
  • हलाकि 15 बच्चों की मौत की पुष्टि डीजीपी जावीद अहमद ने ट्वीट के जरिये की है।
  • वहीं एडीजी कानून एवं व्यवस्था दलजीत सिंह चौधरी ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।
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